धनबाद की बहू पर बनी फिल्म 'गुंजन सक्सेना : द कारगिल गर्ल' नेटफ्लिक्स पर रिलीज, जाह्नवी निभा रहीं किरदार Dhanbad News
कारगिल युद्ध पर आधारित फिल्म गुंजन सक्सेना द कारगिल गर्ल 12 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गयी। धनबाद के बहू पर बनी इस फिल्म में जाह्नवी कपूर ने गुंजन का किरदार निभाया है।
धनबाद, जेएनएन। भारत-पाकिस्तान के बीच 1999 में हुए कारगिल युद्ध की पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म 'गुंजन सक्सेना : द कारगिल गर्ल' बुधवार (12 अगस्त) को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गयी। फ़िल्म कारगिल युद्ध में पाकिस्तानी सेना के हमलों के बीच चीता हेलीकॉप्टर लेकर उड़ान भरने और भारतीय सैनिकों को सुरक्षित निकाल लाने वाली फ्लाइट लेफ्टिनेंट गुंजन सक्सेना की बायोपिक है। इस फिल्म का धनबाद के लोग भी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, क्योंकि गुंजन धनबाद की बहू हैं। फिल्म में उनका किरदार जाह्नवी कपूर ने निभाया है।
धनबाद के धैया चंद्र विहार कॉलोनी में रहने वाले उनके ससुर गणेश अनुग्रह नारायण बीसीसीएल के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। उन्होंने बताया कि नेटफ्लिक्स पर दोपहर 2.45 पर फ़िल्म रिलीज हुई है। वो फ़िल्म रिलीज होने से बेहद खुश और उत्साहित हैं। उनका कहना है कि उनकी बहू की शौर्य और साहस को अब पूरी दुनिया रुपहले पर्दे पर देखेगी। इससे पहले वायु सेना के लिए जारी डाक टिकट में भी गुंजन सक्सेना को जगह मिल गई है। डाक टिकट पर फ्लाइट लेफ्टिनेंट गुंजन सक्सेना को चीता हेलीकॉप्टर के साथ दिखाया गया है।
कौन हैं गुंजन सक्सेना : गुंजन सक्सेना लखनऊ के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल अनुप कुमार सक्सेना की बेटी हैं, जो इन दिनों अपने पति गौतम नारायण के साथ बनारस में रह रही हैं। उनके पति भी वायुसेना में विंग कमांडर हैं। वर्ष 1996 में शॉर्ट सर्विस कमीशन के जरिए वायु सेना में महिला पायलट के रूप में इनका सेलेक्शन हुआ था। 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान बतौर फ्लाइट लेफ्टिनेंट ना सिर्फ हिमालय की ऊंची पहाड़ियों में फंसे सैनिकों को सुरक्षित निकाल कर ले आई बल्कि पाकिस्तानी सैनिकों की चालबाजी का भी करारा जवाब दिया था।
जाह्नवी कपूर निभा रही गुंजन सक्सेना का किरदार : साल 2002 में धनबाद के धैया निवासी गौतम नारायण के साथ गुंजन की शादी हुई थी। इस वजह से 2004 में उन्होंने वायुसेना से वीआरएस ले लिया। 21 साल बाद उनकी बायोपिक आयी है। फिल्म में श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर गुंजन सक्सेना का किरदार निभा रही है। देश की आजादी की 73वीं वर्षगांठ से ठीक पहले रिलीज हुई फ़िल्म न सिर्फ देशभक्ति का जज्बा जगाएगी, बल्कि महिला सशक्तिकरण का भी नजीर बनेगी।