गिरिडीह में पीएम नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद बोले- गुजरात में काम के आधार पर भाजपा को वोट देती है जनता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े भाई सह डीलर्स एसोसिशन के वरीय राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रह्लाद भाई मोदी ने कहा कि झारखंड और गुजरात की पीडीएस व्यवस्था में काफी अंतर है। झारखंड की अपेक्षा गुजरात में डीलरों को अधिक सुविधाएं मिल रही हैं।

जागरण संवाददाता, गिरिडीह: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े भाई सह डीलर्स एसोसिशन के वरीय राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रह्लाद भाई मोदी ने कहा कि झारखंड और गुजरात की पीडीएस व्यवस्था में काफी अंतर है। झारखंड की अपेक्षा गुजरात में डीलरों को अधिक सुविधाएं मिल रही हैं। मोदी गिरिडीह में रविवार को एक होटल में पत्रकारों से बात कर रहे थे। वे एक शादी समारोह में भाग लेने गिरिडीह पहुंचे हैं।
यहां फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिशन की ओर से उनका स्वागत किया गया। साथ ही डीलरों ने अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। एसोसिशन के प्रदेश अध्यक्ष ओंकारनाथ झा ने गिरिडीह समेत राज्य के डीलरों की परेशानियां उन्हें बताईं। मोदी ने कहा कि झारखंड में डीलरों की स्थिति अच्छी नहीं है। झारखंड सरकार इनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है, लेकिन जो परेशानी है, उसे अब राष्ट्रीय समिति के पास रखा जाएगा। बताया कि गुजरात में कोटेदारों को एडवांस में कमीशन दिया जाता है, ताकि वे ईमानदारी के साथ जरूरतमंदों को राशन दे सकें। कहा कि झारखंड में जो हालात हैं, उसके बाद कोई सरकार डीलरों से अच्छे तरीके से काम की उम्मीद कैसे कर सकती है। गुजरात सरकार कोटेदारों की समस्या को सुनती है, उनसे सुझाव लेकर काम करती है। इसलिए जरूरतमंदों तक ईमानदारी से अनाज जाता है। झारखंड में इनकी सुनने वाला कोई नहीं, ऐसे में डीलर क्या करें।
गुजरात को हिंदुत्व की प्रयोगशाला कहना गलत
एक सवाल के जवाब में प्रह्लाद भाई मोदी ने कहा कि गुजरात को हिंदुत्व की प्रयोगशाला कहना गलत होगा, क्योंकि गुजरात में हिंदू-मुस्लिम सिर्फ काम के आधार पर भाजपा को चुनते हैं। झारखंड के लोग गुजरात जाएं, उसके बाद बताएं कि गुजरात क्या है और झारखंड क्या। गुजरात चुनाव को लेकर प्रह्लाद मोदी ने कहा कि गुजराती सिर्फ भाजपा को जानते हैं। उसके बाद अगर कुछ बचता है तो कांग्रेस। चुनाव में इन्हीं दोनों के बीच मुकाबला होगा। आम आदमी पार्टी कहीं नजर नहीं आएगी। गुजरात को नरेंद्र मोदी ने बनाया है। आम आदमी पार्टी खुद झाड़ू फेर कर गुजरात में खत्म होगी। यह नजर आएगा आठ दिसंबर को, जब परिणाम सामने आएंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा और जनसंघ से अलग होकर चिम्मन भाई पटेल, शंकर सिंह बाघेला और केशु भाई पटेल ने भी अपनी पार्टी बनाई और अब देखें कि उनका क्या हाल है। साहू समाज की स्थिति पर कहा कि देश में 14 करोड़ साहू हैं। अगर ये सभी इकट्ठे हो जाएंगे तो हर पार्टी उनके पास दौड़ लगाएगी। वे साहू समाज को 2014 के पहले से एकजुट करने में लगे हैं।
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