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    Dhanbad: खुद को बजाज फाइनेंस का कर्मचारी बताकर ठगी करने आया युवक अभी तक पुल‍िस ग‍िरफ्त से दूर

    By Atul SinghEdited By:
    Updated: Tue, 28 Sep 2021 04:56 PM (IST)

    खुद को बजाज फाइनेंस का कर्मचारी बताकर एक युवक से उसकी बाइक छिनने की कोशिश तथा कंपनी के सहायक मैनेजर से मारपीट के आरोपित राजीव रंजन को धनबाद थाना की पुलिस ढूंढ रही है। पुलिस उसकी तलाश में बैंकमोड़ बेकारबांध समेत कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी भी की।

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    कंपनी के सहायक मैनेजर से मारपीट के आरोपित राजीव रंजन को धनबाद थाना की पुलिस ढूंढ रही है। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

    जागरण संवाददाता, धनबाद: खुद को बजाज फाइनेंस का कर्मचारी बताकर एक युवक से उसकी बाइक छिनने की कोशिश तथा कंपनी के सहायक मैनेजर से मारपीट के आरोपित राजीव रंजन को धनबाद थाना की पुलिस ढूंढ रही है। पुलिस उसकी तलाश में बैंकमोड़ बेकारबांध समेत कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी भी की, पर वह पुलिस के हाथ नहीं लगा है। मालूम हो कि सोमवार को बजाज कंपनी के सहायक मैनेजर ने उक्त फर्जी एजेंट का भांडाफोड़ किया तो एजेंट ने तीन चार युवकों के साथ मिलकर सहायक मैनेजर की सरेआम पिटाई कर दी थी। घटना सोमवार को एसडीओ कोर्ट स्थित उपभोक्ता केंद्र के सामने घटित हुई थी।

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    बजाज फाइनेंस के सहायक मैनेजर राकेश कुमार श्रीवास्तव ने पुलिस को लिखित शिकायत में बताया है कि सोमवार की दोपहर 12 बजे के  करण दूबे नामक व्यक्ति ने उन्हें फोन कर बताया कि राजीव रंजन नामक एक युवक जो खुद को बजाज फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी बताता है वह लोन बकाया होने की बात कह उसकी जेएच10सीडी-9754 नंबर की बाइक खिचने आया है। उसकी शिकायत पर जब उन्होंने चेक किया तो राजीव रंजन नाम का कोई कर्मचारी उनका नहीं था। फोन पर उससे बात करने पर राजीव रंजन ने उस वक्त करण दूबे की बाइक तो छोड़ दी। इसके कुछ देर बाद संजोग से सहायक मैनेजर राकेश कुमार श्रीवास्तव से राजीव रंजन की मुलाकात हो गई। राकेश कुमार श्रीवास्तव किसी काम से कोर्ट परिसर आए थे, तभी उपभोक्ता केंद्र के पास राजीव रंजन ने तीन चार युवकों के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट शुरू कर दी और उनके पॉकेट से 1500 रुपये निकालकर फरार हो गए।

    भुक्तभोगी राकेश कुमार श्रीवास्तव ने पुलिस को यह भी बताया है कि राजीव रंजन पहले भी उगाही के चक्कर में जेल जा चुका है। वह बजाज कंपनी का अधिकृत एजेंट बताकर तथा फर्जी कागजात को दिखाकर कंपनी के लोन प्राप्त उपभोक्ता से वाहन छिनकर उससे रुपये वसूली का कार्य करता है। पहले भी इसी तरह के मामले में वह जेल जा चुका है। धनबाद थाना की पुलिस भुक्तभोगी राकेश कुमार श्रीवास्तव की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर फर्जी एजेंट राजीव रंजन की तलाश शुरू कर दी है।