JNU Violence: अध्यक्ष की नानी बोलीं-अन्याय के खिलाफ संघर्ष कर रही आईशी, हमें उस पर गर्व
आइशी के पिता देवाशीष घोष ने कहा कि मेरी बेटी के साथ उसके काफी सहपाठी व विश्वविद्यालय के शिक्षक व कर्मी हैं। आज मेरी बेटी जख्मी हुई कल मैं भी जख्मी हो सकता हूं।
धनबाद/ दुर्गापुर, जेएनएन। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार को हुए बवाल में गंभीर रूप से जख्मी हुई छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष दुर्गापुर के डीटीपीएस कॉलोनी की रहने वाली है। पिता देवाशीष घोष डीवीसी (दामोदर वैली कॉरपोरेशन) में कार्यरत हैं। उसके घायल होने की सूचना मिलते ही परिवार और कॉलोनी के लोग बेहद चिंतित हैं। इसके बावजूद आईशी की नानी शांति सिन्हा का कहना है कि बिटिया अन्याय के खिलाफ संघर्ष कर रही है। उस पर हमें गर्व है। इधर माकपा और एसएफआई कार्यकर्ताओं ने हमले के खिलाफ प्रदर्शन किया।
हमले में आईशी का सिर फट गया है। शांति ने बताया कि अपनी लड़ाई खुद लड़ेेगी और सफल होगी। इस लड़ाई में हम उसका समर्थन कर रहे हैं उसे इस राह से वापस लाने की इच्छा हमलोगों की नहीं है। पिता देवाशीष घोष ने कहा कि मेरी बेटी के साथ उसके काफी सहपाठी व विश्वविद्यालय के शिक्षक व कर्मी हैं। आज मेरी बेटी जख्मी हुई, कल मैं भी जख्मी हो सकता हूं। वास्तव में देश की स्थिति ठीक नहीं है। बेटी के सिर में पांच टांके लगे होने की बात सुनी है पर उससे अभी बात नहीं हुई। आइशी के पिता पहले मैथन डीवीसी में कार्यरत थे। वहीं पर आइशी भी रहती थी।
जेएनयू की घटना के विरोध में सोमवार को वाम छात्र संगठन सड़क पर उतर गये। रणधीर वर्मा चौक पर माक्र्सवादी छात्र फेडरेशन और एआइएसएफ ने धरना दिया। नेतृत्व कर रहे सोमनाथ चक्रवर्ती ने जेएनयू परिसर में छात्र-छात्राओं पर हुए हमले का जोरदार विरोध किया। आंदोलन में मासस के महासचिव हलधर महतो भी शामिल हुये। छात्र नेताओं ने कहा कि जेएनयू प्रकरण सत्ता पोषित गुंडों की ओर से किया गया नियोजित हमला है। इसमें विश्वविद्यालय में चुनी हुई महिला छात्र प्रतिनिधि भी सुरक्षित नहीं है। धरना के बाद छात्रों ने उपायुक्त को मांगपत्र समर्पित किया। वीरू आनंद, अवधेश यादव, धीरज शर्मा, स्वाति आनंद, जसीम अंसारी, संदीप चटर्जी, सोनू शर्मा, अमरदीप महतो, अफरोज अंसारी, फहीम अंसारी, अंकुर शंकर, अभिजीत सिंह, कृष्णा दे, सचिन दास, विकास कुमार समेत अन्य शामिल थे।
जेएनयू कांड के विरोध में रविदास समाज संघर्ष समिति ने रणधीर वर्मा चौक पर केंद्रीय गृहमंत्री का पुतला दहन किया। इस दौरान गृह मंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी की। नेतृत्व कर रहे दिलीप राम ने कहा कि जेएनयू के कुलपति और विवि प्रशासन की मिलीभगत से छात्र-छात्राओं पर जानलेवा किया गया। इस पूरी घटना में दिल्ली पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध है। उन्होंने कहा कि जेएनयू को बंद कराने की कोशिश में ऐसी घटना को अंजाम दिया जा रहा है। मौके पर बबलू दास, रमेश दास, विनय दास, निर्मल दास, शंभू दास, मनोहर दास, नाज अख्तर, मधेश्वर सिंह समेत अन्य शामिल थे।
जेएनयू में छात्रों के साथ मारपीट की घटना को लेकर झारखंड छात्र मोर्चा ने बी ब्लॉक आंबेडकर चौक पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं जेएनयू प्रशासन का पुतला जलाया। नेतृत्व कर रहे सचिव महेंद्र महतो ने घटना को लेकर विरोध जताया। जेएनयू प्रशासन पर भी सवाल उठाए। किशोर महतो, आशीष पासवान, मनोहर महतो, चंदन गुप्ता, आनंद महतो, बिट्टू सिंह, देवाशीष कुमार, पवन कुमार, ऋतिक कुमार, बीडी पासवान, अमित कुमार, कौशिक कुमार, अमन कुमार निराला, शुभम सिंह, शंभू प्रसाद महतो उपस्थित थे।