ईद मनाने अपने घर-शहर आ रहे लोगों को हवा में नाचती नजर आई मौत, वह तो पायलट था, जिसने बचा लिया...
दिनभर काम खत्म करने के बाद विमान पर सवार लोगों ने उड़ान भरी थी यह सोचकर कि घंटे-दो घंटे में सुरक्षित अपने घर पहुंच जाएंगे अपनों के पास... लेकिन मंजिल तक पहुंचने से पहले विमान हवा में गोते खाने लगा। मौत हवा में नाचती नजर आ रही थी।

जागरण संवाददाता, दुर्गापुर: रविवार की छुट्टी थी। दिनभर काम खत्म करने के बाद विमान पर सवार लोगों ने उड़ान भरी थी, यह सोचकर कि घंटे-दो घंटे में सुरक्षित अपने घर पहुंच जाएंगे, अपनों के पास... लेकिन मंजिल तक पहुंचने से पहले विमान हवा में गोते खाने लगा। मौत हवा में नाचती नजर आ रही थी, लेकिन वह तो हमारा पायलट था, जिसने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए सेफ लैंडिंग कराकर हमारी जान बचा ली।
ना-ना... हम आपको अजय देवगन की नई फिल्म रनवे 34 की रिव्यू नहीं बता रहे, और ना ही उस घटना को याद दिला रहे, जब दोहा से कोच्ची जाने के दौरान जेट एयरवेज का एक विमान हवा में लड़खड़ाने लगा था। यह वह घटना नहीं है, लेकिन उससे अलग भी नहीं है। 1 मई को जहां पूरी दुनिया रविवार और मजदूर दिवस की छुट्टी मना रही थी, वहीं झारखंड-बंगाल के कई लोग ईद मनाने के लिए अपने घर, अपने शहर के लिए मुंबई से रवाना हुए थे। स्पाइसजेट के विमान से आ रहे इन यात्रियों को बंगाल में दुर्गापुर (अंडाल) के काजी नजरूल इस्लाम एयरपोर्ट पर उतरना था, लेकिन रविवार की शाम करीब 6:55 बजे आंधी तूफान के कारण विमान आसमान में असंतुलित हो गया। आलम यह था कि 27 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहा यह विमान कुछ ही मिनट में 17 हजार फीट की ऊंचाई पर आ गया। कई बार ऊपर-नीचे व टेढ़ा हो जाने से यात्रियों को कई झटके लगे। कई यात्री सीट से नीचे गिरे। किसी को सिर में तो किसी को शरीर के अन्य हिस्सों में चोट लगी। 14 यात्री एवं तीन क्रू स्टाफ के लोग जख्मी हुए। पायलट ने सूझबूझ से विमान को उतारा। इस घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
एयरपोर्ट पर विमान के लैंड करते ही जख्मी लोगों को अंडाल के डायमंड अस्पताल ले जाया गया। आसनसोल की एक महिला यात्री आलोका सेनगुप्ता का डायमंड अस्पताल व गिरिडीह के बगोदर के बेको गांव के अकबर अंसारी का दुर्गापुर के सिटीजन अस्पताल में इलाज हो रहा है। अन्य यात्रियों को सोमवार की सुबह प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया। पश्चिम बर्द्धमान के जिला शासक एस अरुण प्रसाद, पुलिस उपायुक्त अभिषेक गुप्ता एवं बंगाल एरोट्रोपोलिस प्रोजेक्ट लिमिटेड के अधिकारियों ने अस्पताल जाकर घायल यात्रियों का हालचाल लिया। जख्मी लोगों में झारखंड के दुमका, गिरीडीह, देवघर के भी निवासी हैं।
खराब मौसम की वजह से एयर टर्ब्युलेंस में फंसा: बताया जाता है कि रविवार की शाम पांच बजे मुंबई से 188 यात्रियों को लेकर विमान दुर्गापुर के लिए चला था। दुर्गापुर से करीब 185 किमी पहले तेज हवा चलने लगी। इससे विमान असंतुलित हो गया। चार-पांच मिनट के दौरान तीन से चार बार यात्रियों को तगड़े झटके लगे। विमान में सामान रखने वाला केबिन खुल गया। इसकी वजह से कई यात्री सीट से नीचे गिर पड़े। जामताड़ा निवासी शशिकांत दुबे का कहना था कि पायलट ने हमें बचा लिया। इधर, अंडाल एयरपोर्ट प्रबंधन का कहना है कि अधिक हवा के कारण समस्या हुई। 17 लोगों को चोट आई। वहीं वापसी में मुंबई के लिए दूसरा विमान कोलकाता से मंगवाकर रवाना किया गया।
पश्चिम बर्द्धमान के जिला शासक एस अरुण प्रसाद ने बताया कि जख्मी यात्रियों की स्थिति अब ठीक है। दो का इलाज चल रहा है। अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि घटना की वजह एयरपोर्ट की टीम जांच के बाद ही बता सकेगी।
मंत्री बोले- घटना की जांच के लिए बना दी गई है टीम: मामले में नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी हस्तक्षेप किया है। 2 मई को शाम करीब पौने चार बजे ट्वीट कर उन्होंने लिखा कि दुर्गापुर में विमान उतरने के पहले ही एयर टर्ब्युलेंस की चपेट में आ गया। उन्होंने लिखा कि यात्रियों को हुई क्षति दुर्भाग्यपूर्ण है। डीजीसीए ने घटना की जांच के लिए टीम बना दी है। मामले को अत्यधिक गंभीरता से देखा जा रहा है। वहीं इसी के साथ एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि जांच पूरी होने के बाद घटना के कारणों के बारे में अधिक जानकारी साझा की जाएगी।
The turbulence encountered by a flight while landing in Durgapur, and the damage caused to the passengers is unfortunate. The @DGCAIndia has deputed a team to investigate the incident. The matter is being dealt with utmost seriousness & deftness.
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— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) May 2, 2022
हादसे में घायल 15 लाेग झारखंड के: हादसे में घायल 17 यात्रियों में से 15 झारखंड के रहनेवाले हैं। इनमें से अधिकतर ईद मनाने के लिए अपने घर लौट रहे थे। घायलों में बेको, बगोदर (गिरिडीह) के रहने वाले अंकबर अंसारी, गिरिडीह के रहनेवाले मो. एस अंसारी, गिरिडीह के ही मो.जुम्मन अंसारी, दुमका निवासी रफीक अंसारी, के. अंसारी, अख्तर अंसारी, जमजीद अंसारी, इमामुल अंसारी, जामताड़ा की रहनेवाली ममता दुबे, देवघर की रहनेवाली कविता तात्वा, देवघर के ही निवासी मुकेश कुमार, देवघर में रहनेवाले अख्तर अंसारी शामिल हैं। इनके अलावा बंगाल के आसनसोल की आलोका सेनगुप्ता और बीरभूम के मोजम्मल शेख को भी हादसे में चोट आई है।
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