Railway News: स्वर्णरेखा एक्सप्रेस को लेकर आ गया बड़ा अपडेट, रेलवे विभाग ने लिया अहम फैसला
धनबाद-टाटा स्वर्णरेखा एक्सप्रेस अब एलएचबी रैक से चलेगी जिससे यात्रियों की कोच संबंधी शिकायतें दूर होंगी। 187 किमी की दूरी तय करने में 6 घंटे 40 मिनट लगते हैं जिसमें दो बार इंजन बदलता है। यात्री इस ट्रेन को बोकारो होकर चलाने की मांग कर रहे हैं ताकि इंजन बदलने की समस्या से निजात मिल सके और यात्रा कम समय में पूरी हो।

जागरण संवाददाता, धनबाद। धनबाद से टाटा के बीच चलने वाली स्वर्णरेखा एक्सप्रेस रविवार से पुराने पारंपरिक रैक के बदले एलएचबी रैक से चलेगी। धनबाद कोचिंग डिपो में एलएचबी रैक तैयार हो गया है।
इस ट्रेन में जनरल व सेकेंड सीटिंग के साथ एक एसी चेयर कार भी जुड़ेगा। स्वर्णरेखा एक्सप्रेस के वर्षाें पुराने कोच को लेकर यात्रियों की शिकायत मिलती रही है। अब एलएचबी रैक से चलने से शिकायत दूर हो सकेगी।
187 किमी की दूरी तय करने में 6 घंटे 40 मिनट, दो बार बदलता है इंजन
धनबाद से टाटा तक 187 की दूरी तय करने में इस ट्रेन को 6 घंटे 40 मिनट लगते हैं। वापसी में इस दूरी को तय करने में 6 घंटे 55 मिनट लगते हैं। पहले पाथरडीह फिर आद्रा में हर दिन इंजन बदलता है। रैक में बदलाव के बाद भी दो बार इंजन बदलने की समस्या खत्म नहीं होगी।
पाथरडीह से धनबाद तक 24 किमी की दूरी करने में दो घंटे
पाथरडीह से धनबाद की दूरी महज 24 किमी है। इस दूरी को तय करने में स्वर्णरेखा एक्सप्रेस लगभग दो घंटे लगाती है। रात 8:35 पर पाथरडीह पहुंचती है और रात 10:25 पर धनबाद आती है। यही वजह है टाटा से लौटने वाले यात्री पाथरडीह में उतर कर सड़क मार्ग से धनबाद पहुंचना बेहतर विकल्प मानते हैं।
धनबाद से बोकारो होकर मांग कर रहे यात्री
एलएचबी रैक से चलने वाली स्वर्णरेखा एक्सप्रेस को यात्री धनबाद से बोकारो होकर चलाने की मांग कर रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि परिवर्तित मार्ग से चलने से बार-बार इंजन बदलने का झंझट नहीं रहेगा। चार-साढ़े चार घंटे में ही धनबाद से टाटा की यात्रा पूरी हो सकेगी।
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