राजनीतिक षड्यंत्र के तहत धनबाद के भाजपा नेता रमेश पांडेय को फंसाने की साजिशः ब्राह्मण समाज
रंजीत साव हत्याकांड में तीन महीने बीत जाने के बाद अचानक से भाजपा नेता रमेश पांडेय का नाम आना तथा गत गुरुवार 14 जुलाई को अखिल भारतीय तैलिक साहू महासभा द्वारा रणधीर वर्मा चौक पर धरना देकर रमेश पांडेय की गिरफ्तारी की मांग की गई थी।

जागरण संवाददाता, धनबादः ब्राह्मण समाज धनबाद ने शनिवार को गांधी सेवा सदन धनबाद में प्रेस वार्ता आयोजित की। बताया गया कि रंजीत साव हत्याकांड में तीन महीने बीत जाने के बाद अचानक से भाजपा नेता रमेश पांडेय का नाम आना तथा गत गुरुवार 14 जुलाई को अखिल भारतीय तैलिक साहू महासभा द्वारा रणधीर वर्मा चौक पर धरना देकर रमेश पांडेय की गिरफ्तारी की मांग की गई थी।
उसी को लेकर प्रशासन से निष्पक्ष जांच करने की मांग की गई। कहां गया कि रमेश पांडेय धनबाद जिले में एक जाने-माने समाजसेवी के साथ-साथ गरीबों के मसीहा के तौर पर जाने वाले में से हैं। वे कोरोना काल में अपनी जान की परवाह ना करते हुए जरूरतमंद लोगों के घर-घर जाकर राहत सामग्री, आक्सीजन सिलेंडर देकर मदद किए हैं। इसके अलावा जिले के कई जरूरतमंद बेटियों की शादी में आर्थिक मदद किए हैं।
हाल ही उन्होंने भाजपा में शामिल हुए है और अपनी राजनीतिक सक्रियता काफी तेज कर दी है। रमेश पांडेय का लगातार बढ़ता राजनीति ग्राफ कुछ व्यक्तियों को रास नहीं आया। इस बीच रंजीत साव हत्याकांड में 3 महीने बाद अचानक से रमेश पांडेय का नाम आना एक राजनीतिक षड्यंत्र का भी हिस्सा हो सकता है।
समाज के लोगों ने कहा कि इस मामले में पुलिस प्रशासन हर कोने से निष्पक्ष जांच करें और अगर जरूरत पड़ी तो उच्च स्तरीय जांच भी करें। लेकिन किसी के दबाव में आकर कोई कार्रवाई ना करें। अगर रमेश पांडेय दोषी है तो उन पर कानून सम्मत कार्रवाई हो निर्दोष को दोषी ना बनाएं। मौके पर सुरेश चंद्र तिवारी, बाबी पांडेय, सपन ओझा, उमेश तिवारी, शशि भूषण पांडेय, विजय पांडेय, छोटू औझा, सोमनाथ पांडेय, अनुपम मिश्रा, रवि शंकर तिवारी, शुभम तिवारी आदि मौजूद थे।
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