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    Dhanbad News: मूसलाधार बारिश ने धोया कतरास के उत्सव का रंग, लोग हाथों में जूते लेकर घूमने को हुए मजबूर

    Updated: Fri, 03 Oct 2025 02:00 AM (IST)

    कतरास कोयलांचल में दुर्गा पूजा के दौरान भारी बारिश ने लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। नवमी की शाम से शुरू हुई मूसलाधार बारिश से सड़कें जलमग्न हो गईं जिससे श्रद्धालुओं को भारी परेशानी हुई। जलभराव के कारण पूजा पंडालों में दर्शन बाधित हुआ और अपेक्षित भीड़ नहीं उमड़ी। दुकानदारों को भी भारी नुकसान हुआ जिससे कर्ज चुकाने का दबाव बढ़ गया।

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    राजगंज रोड सब्जी पट्टी जलमग्न, घुटनों तक पानी में डूबे श्रद्धालु। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, कतरास (धनबाद)। दुर्गा पूजा के महापर्व पर महानवमी और विजयदशमी का उत्साह कतरास कोयलांचल के लोगों के लिए भारी निराशा लेकर आया।

    बुधवार (नवमी) की शाम को शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने पूरे क्षेत्र को जलमग्न कर दिया, जिससे दो सबसे बड़े दिन उत्सव का रंग फीका पड़ गया। लगातार हुई बारिश गुरुवार की सुबह भी जारी रहने के कारण सबसे बड़े उत्सव पर मायूसी छा गई।

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    प्रमुख मार्ग हुए पानी-पानी, दर्शन को तरसे श्रद्धालु

    तेज बारिश के कारण कतरास राजगंज रोड की सब्जी पट्टी, रानी बाजार जाने वाला मुख्य मार्ग और मेला परिसर बुरी तरह प्रभावित हुए। जल निकासी की कोई ठोस व्यवस्था न होने से इन स्थानों पर घुटनों तक पानी भर गया।

    मेला घूमने और दर्शन के लिए घरों से निकले लोगों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई। सड़कों पर भारी जलभराव के चलते लोगों को अपने जूते-चप्पल हाथों में लेकर नंगे पैर गंदे पानी से होकर गुजरने को मजबूर होना पड़ा।

    यह दृश्य प्रशासनिक उदासीनता को स्पष्ट रूप से दर्शा रहा था। जलभराव के चलते प्रमुख पूजा पंडालों के दर्शन में भी बाधा आई और नवमी की शाम उमड़ने वाली अपेक्षित भीड़ दस प्रतिशत भी नहीं पहुंच पाई। विजयादशमी के दिन गुरुवार को भी अंधेरा और पानी हर तरफ फैला होने के कारण उत्साह फीका रहा।

    प्रशासन के दावों पर फूटा लोगों का गुस्सा

    स्थानीय लोगों व मेला घूमने आये श्रद्धालुओं में नगर निगम और स्थानीय प्रशासन के प्रति भारी नाराजगी देखी गई। लोगों का स्पष्ट कहना था कि बारिश में हमेशा जलजमाव की समस्या उत्पन्न होती है, लेकिन पूजा को देखते हुए भी इसके स्थायी समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए।

    इससे भक्तों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन से अपील की है कि अगले वर्षों में ऐसे धार्मिक आयोजनों के दौरान बेहतर नागरिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

    दुकानदारों पर बढ़ा कर्ज चुकाने का दबाव

    दो सबसे महत्वपूर्ण दिन नवमी व विजयदशमी, बुधवार और गुरुवार की शाम, बिक्री न होने से मेला में दुकान लगाने वाले छोटे-बड़े दुकानदारों की चिंता चरम पर है। बारिश के कारण मिठाई, खिलौने सहित खाद्य वस्तुएं खराब होने लगी हैं।

    दुकानदारों ने बताया कि नवमी और विजयादशमी का दिन सबसे अहम होता है, लेकिन बिक्री नहीं हुई। बारिश को देखते हुए कई जगहों पर मेला एक दिन के लिए बढ़ा दिया गया है, जो थोड़ी राहत की बात है।

    दुकानदारों का कहना है कि अगर शुक्रवार को भी बारिश जारी रही तो महाजनों से लिया गया कर्ज और उधार लिए गए सामान का पैसा चुकाना बेहद मुश्किल हो जाएगा।

    पुरस्कारों के स्कोर पर भी पड़ सकता है असर

    जिला प्रशासन ने इस वर्ष पूजा पंडालों में साफ-सफाई एवं सुरक्षा व्यवस्था बेहतर बनाने वाले आयोजकों को पुरस्कार देने की घोषणा की है। जलजमाव के कारण प्रमुख मार्गों और पंडालों के आसपास गंदगी और अव्यवस्था देखी गई है।

    स्वजनों में उपजी नाराजगी को देखते हुए अब यह आशंका जताई जा रही है कि इस घटना का असर आयोजकों के सफाई और व्यवस्था के स्कोर पर पड़ सकता है, जिससे वे पुरस्कार की दौड़ से बाहर हो सकते हैं।

    फिलहाल, कतरास सहित पूरे कोयलांचल के दुर्गा मंडपों में पुजारी और पंडित लगातार हो रही बारिश को रोकने के लिए भगवान इंद्र से प्रार्थना कर रहे हैं, ताकि विसर्जन शांतिपूर्ण ढंग से हो सके और दुकानदारों को भी कुछ राहत मिल पाए।