गंगा-सतलज एक्सप्रेस से लॉकेट उड़ाकर भागे लुटेरे दोबारा लगाए बैठे थे घात, सीसीटीवी ने कर दी चुगली
धनबाद में गंगा-सतलज एक्सप्रेस से एक महिला यात्री का सोने का लॉकेट चोरी हो गया। आरपीएफ ने सीसीटीवी फुटेज से पहचान कर एक लुटेरे को गिरफ्तार किया है। लुटेरे ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए अपने साथियों के नाम भी बताए हैं। चोरी का सामान बेचने वाले सरगना के घर से नगद और मोबाइल बरामद हुए हैं।

जागरण संवाददाता, धनबाद। गंगा-सतलज एक्सप्रेस से महिला यात्री का सोने का लॉकेट उड़ा चलती ट्रेन से कूद कर भागे तीन लुटेरे दोबारा घात लगाकर बैठे थे। सीसीटीवी फुटेज से आरपीएफ ने उन्हें पहचान लिया। जाल फैलाया और घेराबंदी कर दी। आरपीएफ को देखते ही अपराधी भागने लगे।
एक को घेर कर दबोच लिया पर दो चकमा देकर भाग निकले। उनकी गिरफ्तारी के लिए सीआइबी धनबाद तथा आरपीएफ व जीआरपी गोमो का अभियान जारी है।
आरपीएफ अधिकारियों ने बताया कि धनबाद आ रही गंगा-सतलज एक्सप्रेस से बोकारो के भेंडरा में रहने वाले अवधेश राम की पत्नी रेखा देवी का सोने का लॉकेट पारसनाथ स्टेशन के पास गायब हो गया। सीसीटीवी फुटेज में घटना को अंजाम देनेवाले तीन अपराधी दिखे।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सीआईबी धनबाद, आरपीएफ व जीआरपी गोमो की ओर से छानबीन की जा रही थी। पारसनाथ स्टेशन पर आरपीएफ के जवानों ने सीसीटीवी फुटेज में कैद तीनों अपराधियों को प्लेटफॉर्म दो पर देखा। आरपीएफ को देखते ही तीनों भागने लगे।
उनमें से एक को आरपीएफ ने पकड़ लिया जबकि दो फरार हो गए। पकड़े गए लुटेरे का नाम आदित्य कुमार कसेरा है। उसकी उम्र 18 साल है और वह कतरास के शिव मुहल्ला का रहने वाला है। सीसीटीवी फुटेज दिखा कर उसके अन्य साथियों की पहचान कराई गई।
उसने अपने साथियों की पहचान की जिनमें एक राजू व दूसरा अनिल है। गंगा-सतलज एक्सप्रेस से सोने का लॉकेट लेकर चलती ट्रेन से कूदने की बात भी स्वीकारी। उसने बताया कि दोबारा घटना को अंजाम देने गंगा-दामोदर एक्सप्रेस से तेतुलमारी से पारसनाथ गए थे।
कतरास कोल डैम के बीसीसीएल आवास में छापा, 39500 नगद व कई मोबाइल बरामद
ट्रेन से उड़ाया गया सोने का लॉकेट कतरास के पंजाबी मुहल्ला के सौरभ कुमार कसेरा उर्फ छोटू को 39500 रुपये में बेचा गया था। सौरभ अब कतरास कोल डैम के बीसीसीएल आवास 273 व 274 में रहता है। वही चोरी के सामानों का खरीदार भी है।
आरपीएफ ने सौरभ के घर पर छापेमारी की, पर वह फरार होने में कामयाब रहा। उसके घर से चोरी का सोने के लॉकेट के बेच कर रखी गई 39500 रुपये की नगद राशि के अलावे चार मोबाइल भी बरामद किया गया।
सौरभ ही है ट्रेनों में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड
ट्रेनों में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देनेवाले गिरोह का मास्टरमाइंड साैरभ ही है। आरपीएफ के हत्थे चढ़े आदित्य ने बताया कि तीनों मिलकर ट्रेन में जो भी चुराते हैं, सौरभ के माध्यम से उसे बेच कर पैसे का बंटवारा होता है। उसके कहने पर ही दोबारा राजू व अनिल के साथ तेतुलमारी से पारसनाथ गया था।
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