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    कुत्ते ने काटा तो बकरी मरी, फिर 20 लोगों ने पी लिया दूध; उड़ गए सबके होश!

    Updated: Wed, 30 Jul 2025 04:50 PM (IST)

    धनबाद के टुंडी में एक बकरी की मौत से गांव में दहशत फैल गई। कुत्तों के काटने से बकरी की मौत हुई और उसका दूध पीने वाले 20 लोगों को रेबीज का डर सताने लगा। डर के मारे ग्रामीण एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने बताया कि उबला हुआ दूध पीने से खतरा नहीं होता पर ग्रामीण नहीं माने। अंततः 17 लोगों को टीका लगाया गया।

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    कुत्ते ने काटा तो बकरी मरी, फिर 20 लोगों ने पी लिया दूध; उड़ गए सबके होश!

    जागरण संवाददाता, धनबाद। टुंडी के पोखरिया से एक चौंकानेवाला मामला सामने आया है। यहां एक बकरी के मरते ही गांव में हड़कंप मच गया। दरअसल, कुछ दिन पहले कुत्तों के झुंड ने बकरी पर हमला कर दिया था। इसके बाद बकरी अचानक मर गई, लेकिन उस बकरी का दूध लगभग 20 लोग पी चुके थे।

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    बकरी का दूध पीने के बाद लोगों को जब पता चला कि उसकी मौत कुत्ते के काटने से हुई है तो सभी के हाथ-पांव फूलने लगे। सभी इस बात पर डर गए कि रेबीज का संक्रमण हो सकता है। जिन-जिन लोगों ने बकरी का दूध पीया था, ऐसे लोगों में दहशत घर कर गई।

    मंगलवार को काफी संख्या में लोग एसएनएमएमसीएच एंटी रेबीज वैक्सीन लेने पहुंचे। घटना के बारे में डॉक्टरों को लोगों ने जानकारी दी। डॉक्टर ने बताया कि यदि दूध को उबालकर पीया गया है, तो इससे रेबीज का संक्रमण नहीं होगा। हालांकि, ग्रामीण बात मानने को तैयार नहीं थे और एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने पर अड़ गए।

    ग्रामीणों की जिद के आगे आखिरकार सभी 17 लोगों को एंटी रेबीज का वैक्सीन लगाया गया। सभी लोग एक ही परिवार के हैं। दूसरी ओर शहर में हर दिन कुत्ते के हमले से काफी संख्या में लोग जख्मी हो रहे हैं। हर दिन 110 से 125 मरीज एंटी रेबीज वैक्सीन केंद्र में पहुंच रहे हैं।

    बकरी मरी, तब लोगों को पता चला

    बताया गया कि बकरी का दूध घरवाले पी रहे थे। गोतिया में काफी संख्या में लोग एक साथ रह रहे थे। अचानक जब बकरी मरी, तब लोग सदमे में आ गए। चर्चा हुई कि कुछ दिन पहले कुत्तों के झुंड ने बकरी पर हमला कर दिया था और इसके बाद बकरी मर गई है।

    जब जानकारी आसपास के लोगों की लगी, तो सभी डर गए। जिन लोगों ने दूध पीया था, गांव के लोगों ने उसे जाकर एंटी रेबीज वैक्सीन लेने को कहा। नहीं तो गांव में नहीं आने की धमकी दी जाने लगी। इससे लोग और परेशान हो गए और टीका लेने के लिए अस्पताल पहुंचे।

    कुत्ते के साथ सियार भी कर रहे हैं हमला

    गांववालों ने बताया कि बकरी भीड़ पर कुत्ते के अलावा जंगल से निकले सियार भी हमला कर रहे हैं। इस वजह से शाम होते ही बकरियों को घर ले आते हैं। सियार से भी काफी डर रहता है। खाली देखकर किसी पर भी हमला कर दे रहे हैं।

    सात माह में रेबीज का टीका लगवाने वाले लोगों की संख्या
    महीना लोगों की संख्या
    जनवरी 2349
    फरवरी 2026
    मार्च 1958
    अप्रैल 2816
    मई 2982
    जून 2619
    जुलाई 2677