Dhanbad News: अब खत्म होगा रेफर का झंझट, धनबाद में बनेगा ESIC का अस्पताल; लाखों लोगों को मिलेगा फायदा
कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) धनबाद में 100 बेड का अस्पताल बनाएगा जिससे बीमाकृत कर्मचारियों को रेफर होने की आवश्यकता नहीं होगी। जिला प्रशासन ने सभी संस्थानों को कर्मचारियों को बीमा से जोड़ने का निर्देश दिया है जिसका उद्देश्य धनबाद में ईएसआईसी से जुड़े लोगों की संख्या बढ़ाना है। वर्तमान में 25 हजार लोग जुड़े हैं जिसे 50 हजार करने का लक्ष्य है।

मोहन गोप, धनबाद। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के बीमाकृत कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है। अब इलाज के लिए लोगों को रेफर होने का झंझट नहीं होगा। ईएसआईसी की ओर से धनबाद में 100 बेड का अस्पताल बनाया जाएगा। इसके लिए प्रशासनिक स्तर से कवायद शुरू हो गई है।
जिला प्रशासन ने सभी सरकारी और निजी संस्थानों में काम करने वाले सभी अनुबंध अथवा आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को बीमा से जोड़ने का निर्देश दिया है। धनबाद में फिलहाल 25 हजार ईएसआईसी से जुड़े लोग हैं। इसकी संख्या 50 हजार करनी है। अब संख्या बढ़ाने को लेकर सभी निजी संस्थाओं को निर्देश दिए जा रहे हैं।
मैथन अस्पताल का हो रहा कायाकल्प, धनबाद में होगा अलग अस्पताल
ईएसआईसी के तहत मैथन में लंबे अस्पताल है। अब इसका कायाकल्प सरकार की ओर से शुरू किया गया है। धनबाद में अलग अस्पताल होगा। नियम के अनुसार हर 50 किलोमीटर पर यदि 50 हजार बीमाकृत व्यक्ति है, तो अस्पताल खुल सकता है। ईएसआई के इसी नियमों को लेकर धनबाद में यह तैयारी शुरू हुई है।
ढाई लाख से अधिक लोग निजी कंपनी और संस्थानों में कार्यरत
अनुमान के अनुसार धनबाद में लगभग ढाई लाख लोग सरकारी, विभिन्न प्रकार के निजी संस्थाओं में काम कर रहे हैं। इसमें काफी संख्या में लोगों को ईएसआईसी से नहीं जोड़ा गया है।
नियम के अनुसार, 10 से ज्यादा कर्मचारी होने पर उसे संस्था की ओर से कर्मचारियों को ईएसआईसी से जोड़ना है। अब ईएसआईसी की ओर से भी ऐसे संस्थानों में औचक निरीक्षण करके इसकी जांच की जाएगी।
धनबाद में चार डिस्पेंसरी, हर महीने 10 लाख से ज्यादा खर्च
धनबाद में ईएसआईसी की चार डिस्पेंसरी है। इसमें हीरापुर, गोविंदपुर, निरसा और चिरकुंडा डिस्पेंसरी शामिल है। इन चारों डिस्पेंसरी से हर महीने 10 लाख से ज्यादा इलाज के लिए निजी अस्पतालों को भुगतान किया जा रहा है। कभी यह राशि इससे भी काफी बढ़ जा रही है।
धनबाद में ईएसआईसी का अपना अस्पताल खोला जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन भी सहयोग कर रहा है। ऐसे संस्थानों से अपील की जा रही है जिनके यहां कर्मचारी हैं और इएसआई से नहीं जुड़े हैं, उन्हें तत्काल जोड़ा जाए। ऐसे संस्थानों पर विभाग निगरानी कर रहा है। अस्पताल खुला जाने से धनबाद के लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी। - डॉ. जीपी मंडल, चिकित्सा पदाधिकारी, ईएसआईसी धनबाद
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।