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    Dhanbad News: अचानक बुला ली गईं 200 से ज्यादा गर्भवती महिलाएं, सदर अस्पताल में हुआ हंगामा

    Updated: Mon, 30 Jun 2025 08:29 PM (IST)

    Dhanbad News धनबाद सदर अस्पताल में संस्थागत प्रसव बढ़ाने के उद्देश्य से सहियाओं ने कई गर्भवती महिलाओं को पहुंचाया जिससे अस्पताल में भारी भीड़ हो गई। हूल दिवस के अवकाश के कारण अस्पताल में पर्याप्त कर्मचारी नहीं थे जिससे मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ा। सहियाओं ने बताया कि उन्हें 10-10 महिलाओं को लाने का निर्देश था अन्यथा वेतन नहीं मिलता।

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    Dhanbad News: अचानक बुला ली गईं 200 से ज्यादा गर्भवती महिलाएं, सदर अस्पताल में हुआ हंगामा।

    जागरण संवाददाता, धनबाद। झारखंड में धनबाद जिले के सदर अस्पताल में संस्थागत प्रसव की संख्या बढ़ाने को लेकर अस्पताल प्रबंधन के निर्देश पर काफी संख्या में सहिया अपने इलाके की गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लेकर पहुंचीं। लेकिन यहां अस्पताल में भारी अवस्था के कारण गर्भवती महिला को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा।

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    कोई गर्भवती महिला तीन तो कोई चार घंटे तक अस्पताल में इलाज के लिए इंतजार करती रही। हूल दिवस पर अवकाश होने के कारण सदर अस्पताल में भीड़ को नियंत्रित करने वाले कोई डॉक्टर और कर्मचारी भी नहीं थे।

    परेशान होकर विभिन्न जगहों से आए सहिया और मरीज के स्वजन ने हंगामा कर दिया। अस्पताल में तैनात होमगार्ड के जवान बार-बार लोगों को समझते रहे। किसी तरीके से मामले को शांत करते रहे। 200 से ज्यादा गर्भवती महिलाएं यहां इलाज के लिए पहुंची थीं।

    अस्पताल में जब व्यवस्था नहीं, तो क्यों बुलाया

    बलियापुर से आई सहिया संध्या देवी ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने निर्देश दिया था कि एक सहिया को 10-10 गर्भवती महिला को लाना है। नहीं तो वेतन और प्रोत्साहन राशि नहीं मिलेंगे। इसलिए ही 30 जून को सभी को सदर अस्पताल बुलाया गया था।

    ऐसे में अपने-अपने प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को छोड़कर सभी सदर अस्पताल पहुंचे। लेकिन सदर अस्पताल में पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी जांच की सुविधा नहीं है। जब मरीज को यहां पर लेकर आए तब बताया गया कि एंड्राइड मोबाइल होना जरूरी है, तभी पर्ची कटेगी।

    जांच कराने पहुंचे तो पता चला सभी जांच की सुविधा यहां नहीं है। गर्भवती रीता देवी ने बताया कि वह सुबह 9 बजे अस्पताल पहुंचीं और दोपहर 12 बजे तक जांच नहीं हुई है। उनकी तबीयत लगातार खराब हो रही है।

    गर्भवती मेहरून निशा ने भी कहा कि वह गोविंदपुर से आई है। कहा गया था कि सदर अस्पताल जाना होगा। लेकिन यहां अस्पताल प्रबंधन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं है।

    उपाधीक्षक को खोजते रहे, लोग खाली था चैंबर

    सदर अस्पताल पहुंचकर गर्भवती महिलाएं उनके स्वजन और सहिया दोपहर 2 बजे अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर संजीव कुमार को खोजते रहे। लेकिन उनका चैंबर खाली था।

    अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि अभी कोई पदाधिकारी यहां नहीं है। अवकाश होने के कारण कार्यालय भी बंद था। दूसरी ओर पूरा बरामदा और परिसर गर्भवती महिलाओं से भरा पड़ा था।