सूर्यदेव सिंह के कुनबे में खिचीं तलवारें, बहन इंदु देवी के बाद कुंती सिंह ने किया मेयर चुनाव लड़ने का एलान
Dhanbad Nagar Nigam Chunav प्रसिद्ध मजदूर नेता एवं झरिया के पूर्व विधायक दिवंगत सूर्यदेव सिंह का पूरा कुनबा पूरी तरह से बिखर गया है। सूर्यदेव सिंह के राजनीतिक विरासत पर कब्जा करने के लिए कुनबे में एक-दूसरे के खिलाफ तलवारें खींच ली है।

जागरण संवाददाता, धनबाद: प्रसिद्ध मजदूर नेता एवं झरिया के पूर्व विधायक दिवंगत सूर्यदेव सिंह का पूरा कुनबा पूरी तरह से बिखर गया है। सूर्यदेव सिंह के राजनीतिक विरासत पर कब्जा करने के लिए कुनबे में एक-दूसरे के खिलाफ तलवारें खींच ली है। सूर्यदेव सिंह को आज भी उनके चाहने वाले मजदूर राजनीति के साथ-साथ अपने पूरे परिवार को एकजुट रखने के लिए याद करते हैं।
उनके दिवंगत होने के बाद किस तरह पूरा कुनबा एक-एक कर बिखर गया, इसकी चर्चा आज पूरे कोयलांचल में हो रही है। सूर्यदेव सिंह की पत्नी कुंती देवी एवं उनकी बहन सह गोतनी व पूर्व मेयर इंदु देवी के मेयर चुनाव लड़ने के एलान करने से सिंह मेंशन पूरी तरह से बिखर गया। अब एक तरफ सूर्यदेव सिंह का परिवार है तो दूसरी तरह उनके दूसरे भाइयों का परिवार। इस ताजा घटनाक्रम में सूर्यदेव सिंह के अनुज एवं पूर्व मंत्री बच्चा सिंह पर लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं।
मेयर चुनाव में सिंह मेंशन के इस विवाद में बच्चा सिंह एवं विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह किस खेमे में जाएंगे, इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। माना जा रहा है कि रघुकुल से कोई प्रत्याशी नहीं हुआ और कांग्रेस पार्टी से कोई निर्देश नहीं मिला तो तो बच्चा सिंह एवं पूर्णिमा नीरज सिंह के समर्थक इंदु देवी के साथ खड़े नजर आ सकते हैं।
सूर्यदेव सिंह के निधन के बाद सबसे पहले उनके दो अनुज पूर्व मंत्री बच्चा सिंह एवं राजन सिंह अलग हुए। राजन सिंह के पुत्र व पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के आरोप में सूर्यदेव सिंह के पुत्र संजीव सिंह जेल में बंद हैं। संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह को हराकर नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा नीरज सिंह झरिया की विधायक बनीं।
सूर्यदेव सिंह के परिवार के साथ उनके अनुज जनता मजदूर संघ के पूर्व अध्यक्ष रामधीर सिंह मजबूती से खड़े रहे। रामधीर सिंह को सजा होने के बाद और पिछले विधानसभा चुनाव के समय से ही इंदु देवी एवं कुंती देवी के परिवार में मतभेद हो गया था। इंदु देवी ने मेयर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया था। वह अपनी बहू के साथ सांसद पीएन सिंह से भी मिले थे। इधर सिंह मेंशन से सिद्धार्थ गौतम एवं उनकी पत्नी का नाम मेयर चुनाव के लिए सामने आया था। इंदु देवी की सक्रियता देख कुंती देवी ने खुद चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। इसने धनबाद नगर निगम के चुनाव को और दिलचस्प बना दिया है।
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