Dhanbad: कापासारा में तेज आवाज के साथ फिर हुआ भू-धंसान,सौ मीटर के दायरे में दस फीट तक धंसी जमीन, दहशत का माहौल
ईसीएल मुगमा के कापासारा आउटसोर्सिंग परियोजना के पूरब दिशा में रविवार को एक बार फिर भू-धंसान हुई है। रविवार दिन के करीब 11 बजकर 20 मिनट पर बजे जोरदार आ ...और पढ़ें

धनबाद, संवाद सहयोगी: ईसीएल मुगमा के कापासारा आउटसोर्सिंग परियोजना के पूरब दिशा में रविवार को एक बार फिर भू-धंसान हुई है। रविवार दिन के करीब ग्यारह बजकर बीस मिनट पर बजे जोरदार आवाज के साथ जमीन लगभग सौ मीटर का दायरा लेती हुई दस फीट धंस गई। इससे वहां अवैध खनन करने वाले लोगों में अफरातफरी मच गई। इस घटना में किसी के हताहात होने की खबर नहीं है।
पहले भी हो चुकी है भू-धंसान की घटना
बता दें कि इससे पहने बीते साल अट्ठारह नवंबर को भी भू-धंसान हुई थी। सुबह छह बजे कुछ लोग कापासारा आउटसोर्सिंग परियोजना में कोयले का अवैध खनन कर रहे थे। इस दौरान जमीन फटनी शुरू हो गई। नीचे मलबा गिरने की आवाज भी आ रही थी। परियोजना के सुरक्षाकर्मी वहां से अवैध कोयला खनन करने वाले लोगों को भगाने का भी प्रयास किया, लेकिन वे लोग नहीं माने।
10 फीट तक धंसी जमीन
दिन के करीब ग्यारह बजकर 20 मिनट पर जोरदार आवाज के साथ जमीन दस फीट तक धंस गई। धंसान से करीब सौ मीटर की लंबाई और तीस मीटर चौड़ाई के दायरे में दरार पड़ गई। भू-धंसान से पहले जमीन धीरे-धीरे बैठने लगी। इससे अवैध कोयला खनन करने वाले लोग भाग गए।
पिलर काटने से खोखली जमीन में हो रहा धंसान
लोगों का कहना है कि अवैध खनन के दौरान छोड़े गए पिलर को भी काटा जा रहा है। इससे खोखली जमीन का सपोर्ट खत्म हो गया है इसलिए भू-धंसान हो रही है। जिस जगह पर जमीन धंसी है उससे महज 300 मीटर की दूरी पर हावड़ा-नई दिल्ली मुख्य रेल मार्ग है। जमीन धंसने का सिलसिला अगर इसी तरह जारी रहा तो रेलवे लाइन को भी खतरा हो सकता है।
बीडीओ ने अवैध खनन पर रोक लगाने के दिये निर्देश
इधर एग्यारकुंड के बीडीओ विनोद कर्मकार घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया। उन्होंने फोन के जरिए एसडीएम को इस घटना की जानकारी दी। साथ ही कापासारा आउटसोर्सिंग प्रबंधन को अवैध उत्खनन पर रोक लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अवैध खनन पर रोक नहीं लगाई गई तो प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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