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    Dhanbad: ग्रामीणों का आंदोलन रंग लाया, दोबारा खुल सकती है जीनागोरा बैंक आफ इंडिया की शाखा

    By Atul SinghEdited By:
    Updated: Wed, 22 Jun 2022 06:31 PM (IST)

    अग्नि व भू धसान क्षेत्र होने का हवाला देकर पिछले माह शिफ्ट की गयी बैंक आफ इंडिया की जीनागोरा शाखा के दोबारा चालू होने की संभावना बढ़ गई है। कई दिनों तक ...और पढ़ें

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    कई दिनों तक ग्रामीणों का किया गया आंदोलन रंग लाया है।

    जासं, झरिया-अलकडीहा: अग्नि व भू धसान क्षेत्र होने का हवाला देकर पिछले माह शिफ्ट की गयी बैंक आफ इंडिया की जीनागोरा शाखा के दोबारा चालू होने की संभावना बढ़ गई है। कई दिनों तक ग्रामीणों का किया गया आंदोलन रंग लाया है। मंगलवार को लोदना प्रबंधन की पहल पर बीओआई के आंचलिक कार्यालय से तीन अधिकारियों की एक टीम ने जयरामपुर में पुनः बैंक शाखा खोलने को लेकर लोदना क्षेत्रीय अधिकारी के साथ बीसीसीएल की बंद क्षेत्रीय कार्यालय का निरीक्षण किया।

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    लोदना प्रबंधन ने जयरामपुर व जीनागोरा के ग्रामीणों की मांग पर सुझाए गए भवन का निरीक्षण किया। निरीक्षण को आए बैंक अधिकारियों ने बंद क्षेत्रीय कार्यालय के कार्मिक विभाग के भवन को बैंक के लिए पहली पसंद बताया।आंचलिक बैंक के मुख्य प्रबंधक एस चक्रवर्ती, नकुल प्रसाद साहू ने बताया की जीनागोरा बैंक का बिजनस ठीक चल रहा था। परंतु बैंक का क्षेत्र अग्नि प्रभावित घोषित होने के बाद बैंक शाखा को भागा बैंक में मर्ज किया गया। बैंक शिफ्टिंग से ग्राहकों को हो रही परेशानी को लेकर ग्रामीण लगातार आंदोलन कर रहे थे। ग्राहकों के साथ बैंक प्रबंधन की भी सहानभूति है़।

    बैंक के पुराने भवन को आन द रिकार्ड बंद कर दिया गया है़। इसलिए बीसीसीएल प्रबंधन के सहयोग और पहल से बैंक को जयरामपुर में खोलने के लिए भवन का सर्वे किया गया है़। अधिकारियों ने बंद क्षेत्रीय कार्यालय के कार्मिक भवन को बैंक के लिए उपयुक्त बताया। कहा कि बैंक के उच्च प्रबंधन को रिपोर्ट देकर इसे खोलने का आग्रह किया जाएगा। जीनागोरा बैंक आफ इंडिया को दोबारा खोले जाने की पहल से यहां के हजारों ग्रामीणों में हर्ष का माहौल है। मौके पर एकीकृत जयरामपुर कोलियरी के पीओ एम कुंडू, बैंक के सुरक्षा अधिकारी दीपक कुमार, बीसीसीएल के सुरक्षा अधिकारी रामजी पांडेय, बैंक बचाओ समिति के वीरेंद्र निषाद, धर्मेंद्र सिंह, मेवालाल रजक, बिहारीलाल चौहान, रामबली पासवान आदि थे ।