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    Dhanbad Gas Leak: राजपूत बस्ती छोड़ने को तैयार नहीं हैं लोग, आंदोलन की चेतावनी

    Updated: Mon, 08 Dec 2025 04:10 PM (IST)

    धनबाद में गैस रिसाव के बाद राजपूत बस्ती के लोग अपना घर छोड़ने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि वे यहीं पैदा हुए और पले-बढ़े हैं। निवासियों ने विरोध ...और पढ़ें

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    आंदोलन के मूड में बस्तीवासी। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, धनबाद। केंदुआ गैस रिसाव प्रभावित इलाके के लोग कहीं भी जाने को तैयार नहीं है। इस कांड के लिए सीधे तौर पर बीसीसीएल को जिम्मेवार ठहराया है। उनका साफ कहना है कि बीसीसीएल प्रभावित इलाके के सभी हवा चालक, पंखा घर आदि को शुरू करे।

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    पहले गैस रिसाव को रोक जाए। सोमवार को प्रभावित इलाके के लोग एकजूट होकर सामने आए और अपनी बातों को रखा। लोगों ने चेतावनी दिया है कि यदि पंखा घरों को चालू नहीं क्या गया तो दो दिनों बाद पीबी एरिया और कुसुंडा में संचालित आउटसोर्सिंग को ठप कर दिया जाएगा। सोमवार को सभी लोग एकजूट हुए और अपनी बातों को रखा।

    स्थानीय महिला अनिता देवी ने कहा कि यहां के लोग कहीं नहीं जाना चाहते। बेलगाड़िया को देख कर आये हैं। वहां रोजी रोजगार का कोई साधन नहीं है। केंदुआ में पीढ़ी दर पीढ़ी रहते आ रहे हैं।

    गैस रोकने का उपाय करें प्रबंधन

    सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय निवासी अवधेश पासवान ने कहा कि कोई कहीं जाने वाला नहीं है। अगर जबरन कहीं दूसरी जगह भेजने का प्रयास किया गया तो मटकुरिया जैसा आंदोलन होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन और प्रबंधन लोगों को डरा कर इलाके को खाली करना चाहता है, ताकि माफियाओं को कोयला निकालने की खुली छूट दी जा सके।

    उन्होंने कहा कि यदि यहां के लोगों को हटा दिया जाता है तो क्या जहरीली गैस की समस्या समापत हो जाएगी। उन्होंने कहा कि समस्या पर बात हो, न कि भगाने की। इस दौरान लोगों ने बीसीसीएल प्रबंधन को दो दिनों का वक़्त दिया है। इस समय मे गैस रोकने का काम नहीं हुआ तो आसपास की सभी आउटसोर्सिंग को ठप किया जाएगा।

    निलंबित जीएम के साथ प्रभावित लोग 

    गैस कांड होने के बाद पीबी एरिया के तत्कालीन महाप्रबंधक उसके साहा को निलंबित कर दिया गया। साहा के साथ गैस प्रभावित इलाके के लोग खड़े हैं। लोगों नेकहा की गैस निकालने के लिए साहाने बोरिंग की योजना बनाया था, लेकिन उन्हें निलंबित कर दिया गया। अब पूर्व एजेंट जीके मेहता को महाप्रबंधक बना कर भेजा गया है। मेहता दमनकारी नीति अपना रहे हैं। गैस को रोकने की जगह लोगों को भगा रहे हैं। यदि यह स्थिति रही तो लोग महाप्रबंधक के बंगले में घुसने का काम करेंगे।