Dhanbad Fire Accident: भीषण आग ने पल में किया बेघर, दुल्हन के रिश्तेदारों ने मंदिर-गुरुद्वारा में गुजारी रात
Dhanbad Fire Accident धनबाद में अपार्टमेंट में लगी आगजनी दुल्हन के परिवार पर कहर बनकर टूटी। आगजनी में दुल्हन के दादा-दादी की मौत हो गई। वहीं एक पल में शादी वाले घर में मातम पसर गया और लोग बेघर भी हो गए।
धनबाद, जागरण संवाददाता। आशीर्वाद अपार्टमेंट में शादी की रौनक थी। अपार्टमेंट में रहने वाले सुबोध की बेटी थी। दूर-दराज से आए रिश्तेदार मंगलवार की शाम जल्दी-जल्दी तैयार हो रहे थे लेकिन उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि शादी की खुशियां मातम में बदल जाएगी।
आशीर्वाद अपार्टमेंट में मंगलवार सुबह से बच्चों की खुशी देखते ही बनती थी, किसी की दीदी तो किसी बच्चे की बुआ स्वाति की शादी जो थी। क्या कपड़े पहनने हैं, इसे लेकर बड़े ही नहीं बच्चे तक चहक रहे थे। शाम होते-होते कई रिश्तेदार तैयार होकर सिद्धि विनायक बैंक्वेट हॉल चले गए। ज्यादातर महिलाएं और बच्चे फ्लैट में ही रुक गए। कोई गा रहा था तो कोई नाच रहा था, कोई विधि विधान में जुटा था।
मंगलवार साढ़े छह बजे थे, तभी कोहराम मच गया। दीये से आग लगी और आग ने भीषण रूप ले लिया। जिसे जहां जगह मिली, भागा मगर भीषण आग से लोगों का धुएं में दम घुटने लगा। आग की तपिश बढ़ती गई। कई तो सीढ़ियों पर ही दम तोड़ गए। 14 लोगों की जान चली गई। जिन्होंने इस हादसे को देखा, वे जिंदगी भर इसे नहीं भूल सकेंगे।
चंद मिनटों में मातम में बदल गया खुशी का माहौल
बेटी की शादी के लिए दूर-दराज से मेहमान आए थे। कुछ ही देर में सभी शादी हॉल पहुंचते, उससे पहले ही आग लग गई। शादी के घर में मातम पसर गया। आग ने घर और अरमान दोनों जला दिए। आगजनी में दुल्हन की दादी-दादा, मां समेत 14 लोगों की मौत हो गई। झुलसे हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं, जो आगजनी में बाल-बाल बचे हैं, उनकी रोती आंखें और उनका चीत्कार लोगों का दिल दहला रहा है।
आशीर्वाद अपार्टमेंट में अगलगी के बाद सुबोध के घर आए रिश्तेदार, मेहमान और अपार्टमेंट वासी एक पल में बेघर हो गए। बेघर हुए लोगों को चैंबर के लोगों ने शक्ति मंदिर और गुरुद्वारे में रात में ठहरने की व्यवस्था करवाई। लगभग 50 लोगों को दोनों जगह ठहराया गया है। कई लोग अलग-अलग होटलों में भी जाकर रुके हैं।
जिला चैंबर के महासचिव अजय नारायण लाल ने बताया कि सभी के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है। चैंबर उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी कर रहा है। किसी को तकलीफ न हो इसकी भी व्यवस्था की गई है।