Dhanbad Fire Accident: मौत का तांडव देख सकते में आ गए अस्पताल कर्मचारी, इतने शव आए कि मॉर्चरी में कम पड़ी जगह
Dhanbad Fire Accident धनबाद अग्निकांड को लेकर अस्पताल में भी कोहराम मच गया। पहला शव रात 8.30 बजे अस्पताल पहुंचा उसके बाद तो शवों को आने का सिलसिला शुरू हो गया। एक के बाद एक 14 शवों के लाए जाने के बाद इमरजेंसी के कर्मचारी भी सकते में आ गए।
धनबाद, जागरण संवाददाता। धनबाद जोड़ाफाटक रोड स्थित आशीर्वाद टॉवर के चौथे तल्ले में सुबोध श्रीवास्तव के घर में मंगलवार की शाम साढ़े छह बजे शादी का माहौल था। कुछ देर में बारात आने वाली थी लेकिन घर में दीये से भीषण आग लग गई। देखते ही देखते शादी वाले घर में चीख-पुकार मच गई।
शादी वाले घर में कोहराम मच गया। भीषण आगजनी की सूचना पर जिला प्रशासन के निर्देश पर सिविल सर्जन डॉ. आलोक विश्वकर्मा ने शहीद निर्मल महतो मेडिकल कालेज एवं हॉस्पिटल और सदर हॉस्पिटल को अलर्ट कर दिया। अस्पताल में मंगलवार की रात 8:25 पर सबसे पहले अगलगी में मृत एक महिला का शव मेडिकल कॉलेज इमरजेंसी लाया गया। इसके बाद 10 से 15 मिनट पर आने का सिलसिला जारी रहा। रात लगभग 10 बजे तक शव लाए जाते रहे। एक के बाद एक 14 शवों के लाए जाने के बाद इमरजेंसी के कर्मचारी भी सकते में आ गए।
मेडिकल कालेज प्रबंधन की ओर से अस्पताल के अधीक्षक, इमरजेंसी के प्रभारी मौके पर मौजूद थे। यहां से शवों की पहचान की कोशिशें जारी रहीं। लाशों को रखने के लिए मॉर्चरी कम पड़ने लगी। इसके बाद कुछ लाश को पोस्टमार्टम हाउस के मार्चरी, तो कुछ को अस्पताल के सामान्य मार्चरी में रखा गया।
इमरजेंसी के बाहर भारी भीड़
घटना के बाद इमरजेंसी के बाहर काफी भीड़ उमड़ पड़ी। सरायढेला थाने की पुलिस काफी संख्या में पहुंच गई। मृतकों के स्वजन सूचना पाकर अस्पताल के इमरजेंसी में पहुंचे। इमरजेंसी में आते ही चीख-पुकार मच गई। अपने को खोने के गम में हर कोई डूब गया। अस्पताल प्रबंधन की ओर से पहचान किए गए शवों को अलग रखा जाने लगा। कुछ की पहचान नहीं हो पाई। इनकी भी पहचान करने की कोशिश देर रात जारी रही।
सिविल सर्जन पहुंचे मेडिकल कालेज
व्यवस्था को देखने के लिए सिविल सर्जन डॉ. आलोक विश्वकर्मा मेडिकल कालेज पहुंचे। उन्होंने बताया कि जख्मी लोगों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। अस्पताल संचालकों से सिविल सर्जन ने जख्मी की जानकारी ली।
बता दें कि धनबाद के जोड़ाफाटक शक्ति मंदिर रोड स्थित आशीर्वाद अपार्टमेंट में मंगलवार की शाम करीब 6:30 बजे आग लग गई। इस अपार्टमेंट में रहनेवाले सुबोध लाल की बेटी की शादी थी। घर में बोकारो और हजारीबाग से रिश्तेदार आए हुए थे। एक दीये से आग लग गई और आग ने भीषण रूप ले लिया। आग में जलने और दम घुटने से दुल्हन की मां, दादा-दादी समते 14 लोगों की जान चली गई। वहीं 36 लोग झुलस गए हैं। कुछ का पाटलीपुत्र नर्सिंग होम और कुछ का एसएनएमएमसीएच में इलाज चल रहा हैं।
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