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खून के धब्बे मिटाने में धनबाद ने मनवाया अपना लोहा, बिहार और उत्तर प्रदेश भी चलेंगे इनकी राह, जानें पूरा मामला

रेलवे के एसी डिब्‍बों में मिलने वाले बेड रोल कोलेकर अकसर यात्रियों की शिकायतें रहती हैं कि इनमें दाग-धब्‍बे हैं ये गंदे हैं इनकी ठीक से सफाई नहीं हुई है लेकिन अब धनबाद के कर्मचारियों की बदौलत इसकी तरह की शिकायतें नहीं आएंगी।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenPublished: Fri, 03 Feb 2023 12:35 PM (IST)Updated: Fri, 03 Feb 2023 12:35 PM (IST)
खून के धब्बे मिटाने में धनबाद ने मनवाया अपना लोहा, बिहार और उत्तर प्रदेश भी चलेंगे इनकी राह, जानें पूरा मामला
चादर में लगे खून के धब्बे मिटाकर दिखाते धनबाद के रेलकर्मी

जागरण संवाददाता, धनबाद। लोडिंग में देश भर में नंबर वन का ताज पहनने वाला धनबाद अब खून के धब्बे मिटाने में भी पहले पायदान पर पहुंच गया है। धनबाद के चंद मिनटों में धब्बे मिटाने के नुस्खे को अब बिहार और उत्तर प्रदेश तक फैले पूर्व मध्य रेल के सभी रेल मंडल अपनाएंगे। चौंकिए मत, मामला किसी आपराधिक घटना से जुड़े खून के धब्बे का नहीं, बल्कि यात्रियों की सुविधा से जुड़ा है।

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एसी कोच के बेड रोल अब मिनटों में होंगे साफ

ट्रेनों के एसी कोच में बेड रोल यानि कंबल-चादर के गंदे होने या उनमें दाग-धब्बे होने की अकसर शिकायतें मिलती हैं। धनबाद के कर्मचारियों ने एक ऐसी रासायनिक प्रक्रिया अपनाई है जिससे चंद मिनटों में सफेद चादर में लगे खून के धब्बे साफ हो जाएंगे। दानापुर के मेकेनाइज्ड लॉन्‍ड्री में आयोजित मंडल स्तरीय कार्यशाला में धनबाद के कैरेज एंड वैगन विभाग के कर्मचारियों ने पूर्व मध्य रेल के प्रधान मुख्य यांत्रिक अभियंता अमित कुमार अग्रवाल की मौजूदगी में इसका डेमो कर दिखाया।

सफाई पर धनबाद के कर्मचारियों ने मनवाया अपना लोहा

इस दौरान धनबाद के कर्मचारियों की सफाई विधि की न केवल सराहना हुई, बल्कि सभी रेल मंडलों को धनबाद माॅडल अपनाने का निर्देश भी जारी किया गया। इस तरीके से हुई सफाई से यात्रियों को साफ-सुथरे बेड रोल उपलब्ध कराए जा सकेंगे। बेड रोल को लेकर हर दिन मिलने वाली यात्रियों की शिकायतें भी दूर की जा सकेंगी।

धनबाद के जेई राम जीवन और बीरु को प्रथम पुरस्कार

चंद मिनटों में सफेद चादर पर लगे खून के धब्बे मिटा कर दिखाने वाले कैरेज एंड वैगन विभाग धनबाद के जेई राम जीवन कुमार व बीरू रजक को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। दोनों कर्मचारियों ने अन्य रेल मंडल के कर्मचारियों को दाग-धब्बे हटाने की रासायनिक प्रक्रिया की व्यवहारिक विधि से भी अवगत कराया।

जिद्दी दाग अब ढूंढ़ते रह जाओगे

गंदे बेड रोल की शिकायत को लेकर रेलवे पर सवाल उठते ही हैं। कई बार ऐसा भी होता है कि सफर पूरी होने के बाद यात्री अपने जूते ओढ़ने के लिए मिली चादर में पोछ लेते हैं। सीट पर गिरे खाने की चीजें भी उससे पोछ डालते हैं। इससे भी सफेद चादरों में दाग लग जाते हैं। धनबाद के कर्मचारियों की धुलाई की रासायनिक विधि अब ऐसे दाग-धब्बों को भी धो डालेगी।

यात्रियों की बेहतर सेवा के लिए उठाए गए कदम

इसे लेकर पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया, यात्रियों की दाग-धब्बे वाले बेड रोल मिलने की शिकायत को गंभीरता से लेकर बेहतर सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कई कदम उठाए गए हैं। धनबाद की धुलाई की सर्वोत्तम प्रक्रिया को सभी मंडलों में अपनाने का निर्देश दिया गया है।

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