Dhanbad News: साइबर कैफे और सीएसपी पर पुलिस रख रही नजर, संचालको को हर ट्रांजेक्शन का देना होगा हिसाब
धनबाद में साइबर कैफे और ग्राहक सेवा केंद्रों पर पुलिस की कड़ी नज़र है। साइबर अपराधों को रोकने के लिए, संचालकों को प्रत्येक लेनदेन का हिसाब पुलिस को देना होगा। पुलिस का मानना है कि इस कदम से अपराधियों पर लगाम कसना आसान होगा, क्योंकि उनके लिए अवैध गतिविधियों को अंजाम देना मुश्किल हो जाएगा।

जागरण संवाददाता, धनबाद। प्रिंस खान गैंग के दर्जन भर गुर्गे पकड़े जाने के बाद शहर के कई सीएसपी संचालक एवं साइबर कैफे संचालक पुलिस के रडार पर आ गए हैं। इसे लेकर पुलिस सीएसपी तथा साइबर कैफे संचालक के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं।
सभी सीएसपी संचालक से कहा गया है कि संदिग्ध लोगों के लिए रुपये पैसों की लेन-देन की जानकारी संबंधित थाना को तत्काल देना होगा, पहचान सुनिश्चित करना अनिवार्य है। इसलिए रुपये जमा करनेवाले व्यक्ति के नाम पता के साथ फोटो भी बनाकर दें।
जिले में साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस प्रशासन सख्त कदम उठा रही है। इसी क्रम में सभी थाना क्षेत्रों में संचालित साइबर कैफे और सीएसपी केंद्रों को चिह्नित कर नोटिस जारी किया जा रहा है।
निर्देश के अनुसार, सीएसपी व साइबर कैफे से होने वाले हर पैसे के ट्रांजक्शन की पूरी जानकारी संबंधित थाना को देनी होगी। पैसे ट्रांसफर करानेवाले व्यक्ति की पहचान की पुष्टि करना संचालकों के लिए अनिवार्य होगा।
एसएसपी के निर्देश पर सभी थाना प्रभारियों ने अपने-अपने क्षेत्र के सीएसपी और साइबर कैफे संचालकों को नोटिस भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।
अपराधियों पर शिकंजा के लिए पुलिस ने बनाई रणनीति
जिले में अपराध पर नकेल कसने के लिए धनबाद पुलिस ने नई पहल की है। अब हर थाने में अपराधियों की कुंडली तैयार की जा रही है। इसमें पुराने व नए दोनों तरह के अपराधियों का पूरा ब्योरा दर्ज किया जाएगा। अपराधियों को उनके अपराध के प्रकार के आधार पर चिह्नित किया जाएगा।
एसएसपी के निर्देश पर पुलिस पदाधिकारियों की हुई क्राइम मीटिंग में तय किया गया कि हर थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र के अपराधियों की सूची तैयार करेगा। इसमें यह दर्ज होगा कि कौन-सा अपराधी किस तरह के मामलों में शामिल रहा है। उसका पुराना रिकार्ड तैयार किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, कुछ अपराधियों को थाने में नियमित हाजिरी लगाने का आदेश दिया जाएगा। वहीं, कुछ के नाम गोंडा रजिस्टर में दर्ज किए जाएंगे। जिन अपराधियों की गतिविधियां गंभीर पाई जाएंगी, उनके खिलाफ सीसीए क्राइम कंट्रोल एक्ट के तहत कार्रवाई का प्रस्ताव भी तैयार किया जाएगा।
एसएसपी ने साफ निर्देश दिया है कि हर थाना प्रभारी अपने इलाके में सक्रिय अपराधियों की पहचान कर उन पर निरंतर नजर रखें। इस दिशा में पुलिस टीम सक्रिय हो गई है और पुराने मामलों के रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान उन अपराधियों पर भी सख्त नजर रखेगा जो पहले छोटे-छोटे अपराधों में शामिल रहे हैं, ताकि भविष्य में वे किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम न दे सकें।
पुलिस कर रही कसरत
- हर थाने में अपराधियों की कुंडली तैयार
- पुराने और नए अपराधी चिह्नित होंगे
- कुछ को थाने में हाजिरी लगाने का आदेश
- गुंडा रजिस्टर और सीसीए के तहत होगी कार्रवाई
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