25-30 लाख की रंगदारी वसूल रहा था अमन सिंह, नीरज सिंह को मारकर जो पैसे मिले, उसे बेटी के नाम पर किया फिक्स
नीरज हत्याकांड के साथ झारखंड में गंभीर अपराध से जुड़े 34 मुकदमों का सामना कर रहे अमन सिंह के भाई अजय सिंह ने पुलिस के सामने कई राज उगले हैं। उसने धनबाद पुलिस को बताया कि उसका भाई हर माह कोयलांचल से 25-30 लाख रुपये रंगदारी वसूल रहा है।

विधि संवाददाता, धनबाद: नीरज हत्याकांड के साथ झारखंड में गंभीर अपराध से जुड़े 34 मुकदमों का सामना कर रहे अमन सिंह के भाई अजय सिंह ने पुलिस के सामने कई राज उगले हैं। उसने धनबाद पुलिस को बताया कि उसका भाई हर माह कोयलांचल से 25 से 30 लाख रुपये रंगदारी वसूल रहा है। आशीष उर्फ छोटू के नाम पर उसके भाई अमन सिंह ने धनबाद के सर्जन डाॅक्टर समीर कुमार से रंगदारी मांगी थी। इस रंगदारी की रकम से ही अमन सिंह एवं अभिनव सिंह ने मिर्जापुर में अभिषेक प्रताप सिंह के नाम से दो बीघा जमीन खरीदी है। अमन सिंह ने दूसरे लोगों के नाम पर भी कई जगह अचल संपत्ति जुटाई है। अजय सिंह के स्वीकारोक्ति बयान को पुलिस ने न्यायालय में भी समर्पित किया है।
नीरज हत्याकांड के पैसे बेटी के नाम पर किए जमा: अजय सिंह ने बताया कि नीरज सिंह की हत्या के बाद भी उसके भाई अमन सिंह को मोटी रकम मिली थी। उसी राशि में से 10 लाख रुपये अमन ने अपनी बेटी गरिमा सिंह उर्फ गुड्डी के नाम पर बैंक में जमा किया है। नीरज की हत्या के बाद भाई पकड़ा गया था तो उससे मिलने के लिए वह धनबाद आया था, लेकिन तब अमन से मुलाकात नहीं हो सकी थी, लेकिन मोबाइल फोन के जरिए वह हमेशा अमन के संपर्क में रहा।
झरिया के जावेद के साथ अमन के भाई ने किया था कोयले का कारोबार: अजय सिंह ने स्वीकारोक्ति बयान में कहा कि 2020 में अमन सिंह के सहयोगी वीर बहादुर के कहने पर वह झरिया के मोहम्मद जावेद से मिलने के लिए जगदीशपुर के कादीपुर आया था। उसने जावेद के साथ तीन महीने तक कोयले का कारोबार किया था। कारोबार करने के लिए अमन ने ही रंगदारी से मिली राशि भेजी थी। 2021 में जावेद वापस झरिया चला आया था। इसके बाद कोयले का काम बंद हो गया।
अमन के रुपये से आजमगढ़ का वीर चला रहा ट्रांसपोर्ट: डाॅक्टर समीर कुमार से रंगदारी मांगने के मामले में धनबाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ के रहने वाले वीर बहादुर को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा है। अजय सिंह ने स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि अमन द्वारा वसूली गई रंगदारी की रकम से ही वीर बहादुर उर्फ वीरू अमन ट्रांसपोर्ट का धंधा चला रहा था। उसने बताया कि इंडियन बैंक में अमन का सबसे अधिक पैसा है। रंगदारी की रकम भाई होने के नाते उसे भी भेजी जाती रही है।
छोटू को खोजने मे पुलिस नाकाम: अमन सिंह के नाम पर आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह ने डाॅक्टर समीर समेत कई लोगों से रंगदारी मांगी है। नीरज तिवारी हत्याकांड के बाद से छोटू सिंह पुलिस की नजरों से ओझल है। धनबाद पुलिस उसे पकड़ने में अभीतक नाकाम रही है। छोटू के साथ अमर रवानी भी रहता है।

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