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    झारखंड को इस्लामिक स्टेट बनाना चाहती है हेमंत सरकार, उर्दू को लेकर भाजपा विधायक का मुख्यमंत्री पर हमला

    By MritunjayEdited By:
    Updated: Mon, 21 Feb 2022 08:54 AM (IST)

    झारखंड सरकार ने एक तरफ भोजपुरी और मगही को धनबाद और बोकारो जिले से हटाया है तो दूसरी तरफ राज्य के सभी 24 जिलों में उर्दू को स्थानीय भाषा की सूची में शामिल किया है। जिलास्तरीय नियोजन में इसका फायदा उर्दू भाषा के जानकार अभ्यर्थियों को मिलेगा।

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    राज सिन्हा और हेमंत सोरेन ( फाइल फोटो)।

    जागरण संवाददाता, धनबाद। भाजपा विधायक राज सिन्हा ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर झारखंड को इस्लामिक स्टेट बनाने का आरोप लगाया। झामुमो की सरकार पर करारा हमला बोलते हुए धनबाद के विधायक ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर कांग्रेस के एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाया। रविवार को सिन्हा सिंहा हिंदू संगठनों के बैनर तले भुइफोड़ मंदिर से निकाली गई पदयात्रा में शामिल होने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। इस दरम्यान उन्होंने भाषा विरोधी प्रदर्शन और बरही में मारे गए रूपेश पांडेय की हत्या के बहाने राज्य सरकार को कटघरे में डालने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बरही में रूपेश की जगह यदि कोई अल्पसख्यंक युवक मारा गया होता तो अभी तक पूरे देश में अर्बन नक्सल समर्थक हंगामा कर रहे होते। लेकिन इसबार मृतक बहुसंख्यक समुदाय का है, इसलिए सारे अर्बन नक्सल अपनी मांद में जा घुसे हैं। वहीं भाषा विवाद की आड़ में राज्य सरकार ने उर्दू को क्षेत्रीय भाषा का दर्जा देकर अपनी तुष्टीकरण की नीति का परिचय दे दिया है।

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    झारखंड के सभी 24 जिलों में जिलास्तरीय नियोजन में उर्दू को मान्यता

    झारखंड सरकार ने एक तरफ भोजपुरी और मगही को धनबाद और बोकारो जिले से हटाया है तो दूसरी तरफ राज्य के सभी 24 जिलों में उर्दू को स्थानीय भाषा की सूची में शामिल किया है। जिलास्तरीय नियोजन में इसका फायदा उर्दू भाषा के जानकार अभ्यर्थियों को मिलेगा। सिन्हा ने कहा है कि कांग्रेस के दबाव में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि भाषा विवाद की आड़ में झारखंड को इस्लामिक स्टेट बनाने के मंसूबे को पूरा करने की तैयारी कर रही है। इसे भाजपा सफल नहीं होने देगी। 

    रूपेश पांडेय की हत्या की आवाज हेमंत सरकार के कान तक नहीं पहुंची

    सिन्हा ने कहा कि सरकार ने किस तरीके से यहां की युवाओं को भड़काया और उन की भावना की आड़ से खेला और सभी जिलों में उर्दू भाषा को मातृ भाषा के रूप स्थापित कर दिया। वहीं रुपेश पांडे की हत्या की आवाज सरकार के कानों तक नहीं पहुंच पा रही है, जो बड़ा ही दुःखद है। इसके पहले प्रदर्शनकारियों ने भुईफोड़ मंदिर से एक जुलूस निकाला जो रणधीर वर्मा चौक पर पहुंच सभा में बदल गया। वहीं पर उन लोगों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला फूंका।