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    दो बीवी वाले शौहर को छोड़ना नहीं चाहती तीसरी, काउंसलिंग के बाद मधुपुर महिला थाना को सवालों में घेरा

    By MritunjayEdited By:
    Updated: Sun, 13 Feb 2022 05:20 AM (IST)

    Jharkhand Crime News धनबाद के युवक ने पहले से दो बीवी रखी थी। इसके बाद तीसरी शादी की। इस बात की जानकारी शादी से पहले तीसरी बीवी को नहीं थी। हालांकि शादी के बाद शौहर को तीसरी बीवी छोड़ना नहीं चाहती है और शौहर रखना नहीं चाहता है।

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    बुढ़ई की महिला ने मधुपुर महिला थाना पर लगाया गंभीर आरोप ( प्रतीकात्मक फोटो)।

    जागरण संवाददाता, धनबाद/ मधुपुर। महिला थाना में हर रोज अजीबोगरीब मामले आते रहते हैं। इनमें ज्यादातर तीन तरह के मामले-प्रेम विवाह, प्रेम प्रसंग और और तलाक से संबंधित होते हैं। मधुपुर महिला थाना के सामने एक अजीब तरह का मामला सामने आया है। इसमें बीवी दो पत्नियों के शौहर को छोड़ना नहीं चाहती है और शौहर रखना नहीं चाहता है। तीसरी बीवी महिला थाना की काउंसलिंग से संतुष्ट नहीं है। उसने महिला थाना पर ही तीन तलाक के लिए जबरन कागजात पर हस्ताक्षर करने का आरोप लगाकर सबकों हैरान में कर दिया है। 

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    पीड़िता की साल 2020 में धनबाद के युवक से हुई तीसरी शादी

    झारखंड के देवघर जिले के बुढ़ई थाना क्षेत्र के कांसजोर गांव निवासी 20 वर्षीय विवाहिता साजमा खातून ने महिला पुलिस पर दबाव देकर तलाक के पेपर पर टीप निशान लेने का गंभीर आरोप लगाया है। पीडि़ता ने कहा कि उसकी शादी वर्ष 2020 में धनबाद जिले के बरवाड्डा थाना अंतर्गत नगरकियारी टोला भंडारीडीह निवासी मोहम्मद इमरान शाह के साथ हुई थी। शादी के बाद वह करीब नौ महीने तक ससुराल में रही। पता चला कि उसके पति पहले दो शादी कर चुके हैं। इसके बाद पति उसे प्रताडि़त करने लगे और ससुराल से निकाल दिया। इसकी शिकायत दो माह पूर्व भी महिला थाना में की थी। बाद में दोनों पक्षों को बुलाया गया।

    दस को महिला थाना में हुई काउंसलिंग

    10 फरवरी को मधुपुर महिला थाना बुलाया गया। माता-पिता भाई के साथ थाना पहुंची। थाना में दोनों पक्षों को काउंसलिंग के नाम पर बैठाया गया। पीडि़ता ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह तलाक लेना नहीं चाहती है। अपने पति के साथ ही रहना चाहती है लेकिन महिला थाना में कुछ दलालों के द्वारा जबरन तलाक देने के लिए दबाव डालकर कई कागजातों में पूरे परिवार का टिप निशान हस्ताक्षर ले लिया। महिला थाना में जो कागजात बनाया गया उससे मांगते रहे लेकिन पीडि़त पक्ष को नहीं दिया गया बल्कि विपक्षी पार्टी को दे दिया। पीडि़ता ने कहा कि महिला पुलिस ने कहा कि तुम केस नहीं लड़ पाओगी। तुमको अच्छा पति मिल जाएगा। उसके बाद थाना से भेज दिया गया। पीडि़ता का कहना कि वह हर हाल में पति के साथ ही रहना चाहती है।

    थाना में किसी को तलाक नहीं दिलाया गया है और न ही तलाक के पेपर पर हस्ताक्षर कराए गए। अगर महिला के पति समझौता के लिए तैयार नहीं होंगे। विवाहिता महिला शिकायत देगी तो पुलिस मामला दर्ज कर विधि सम्मत कार्रवाई करेगी।

    -रेणू कुमारी, महिला थाना प्रभारी, मधुपुर