अब सेल वाशरियों को जाने वाले कोयले की भी मैनुअल लोडिंग की मांग, प्रबंधन ने मांगा दिशानिर्देश Dhanbad News
अब तक सिर्फ ऑक्शन का कोयला मैनुअल लोडिंग होती थी। पर शनिवार को महाप्रबंधक से मिलकर टाटा व सेल वाशरी को जानेवाला कोयला भी मैनुअल लोडिंग की मांग की गई। ...और पढ़ें

धनबाद, जेएनएन। ईजे एरिया के चंदन ओसीपी का मामला और गर्मा गया है। विभिन्न मोर्चा के नेता अब तक सिर्फ ऑक्शन का कोयला मैनुअल लोडिंग कराने पर अड़े थे। पर शनिवार को उन्होंने महाप्रबंधक से मिलकर कहा है कि टाटा व सेल वाशरी को जानेवाला कोयला भी मैनुअल लोडिंग कर जाए। सेल वाशरी के लिए 45,000 टन कोयला इस कोलियरी से जाना है।
हालांकि प्रबंधन का कहना है कि मैनुअल लोडिंग की इजाजत इस कोलियरी में नहीं है। अन्य कोलियरियों में स्पॉट ऑक्शन के तहत स्टीम कोयला के लिए मैनुअल लोडिंग का निर्णय लिया गया है। सुदामडीह में एक्सक्सूसिव ऑक्शन बड़े उद्यमियों के लिए हैैं जिन्हें हमेशा आरओएम ही दिया जाता रहा है और यह मैकेनिकल लोडिंग से ही होता रहा है। मौजूदा विवाद पर कंपनी से दिशानिर्देश मांगा गया है। प्रशासन से भी सहयोग मांगी गई है। 16 जून तक 10 हजार टन कोयले का उठाव किया जाना है। ऐसे विरोध होता रहा तो लोडिंग संभव नहीं होगा।
बता दें कि जून में एक्सक्सूसिव ऑक्शन होने के बाद से ही यहां आधा दर्जन के करीब संगठन मैनुअल लोडिंग की मांग करते हुए आंदोलन करने लगे। प्रशासन की सख्ती के बाद बीच में कुछ दिन इनका आंदोलन धीमा रहा। इस दौरान कंपनी ने जैसे ही लोडिंग शुरू करवाई विभिन्न मोर्चों ने विरोध तेज कर दिया व लोडिंग नहीं होने दी। चार अगस्त को मोर्चों के प्रबल विरोध के बाद प्रशासन ने 44 को नामजद कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बावजूद संगठन अपने फैसले पर डटे हैैं।
आरओएम व स्टीम देखना कंपनी का काम : यूनाइटेड फ्रंट के नेता अभिषेक सिंह की मांग है कि न सिर्फ एक्सक्सूसिव ई ऑक्शन बल्कि सेल व टाटा के वाशरी को जाने वाले कोयले की लोडिंग भी मैनुअल होनी चाहिए। इस सवाल पर कि आरओएम की दर पर कंपनियों को स्टीम कोल क्यों दिया जाए? सिंह कहते हैैं कि स्टीम तो तब होगा जब पिकिंग होगा। लोडिंग इंस्पेक्टर व लोडिंग क्लर्क यह देखें कि कोयले का पिकिंग न हो। मजदूर आरओएम ही लोड करें। यह बीसीसीएल की चिंता है। हमारी चिंता मजदूरों को रोजगार को लेकर है।
पहले होता था मैनुअल लोडिंग : कोयला के मैकेनिकल लोडिंग का विरोध कर रहे संयुक्त मोर्चा के निताई महतो के मुताबिक 2010 व 2011 में भी यहां से कोयला का मैनुअल लोडिंग होता था। हम अब भी वही मांग कर रहे हैैं। इसमें बुरा क्या है। अब तक स्लरी की लोडिंग भी मैनुअल ही होती रही है। अब प्रबंधन कह रही कि ऊपर से मार्गदर्शन मांगा है। जो निर्देश होगा वह करेंगे। लेकिन हमारा स्पष्ट कहना है कि लोडिंग मैनुअल ही होगी। पेलोडर नहीं चलने देंगे।
प्रशासन से मांगा है सहयोग : ईजे एरिया के महाप्रबंधक गणेश साहा का कहना है कि एक्सक्सूसिव ई-ऑक्शन हमेशा आरओएम कोयला का ही होता है। बावजूद इसके मैनुअल लोडिंग का दबाव बनाया जा रहा है। 10 हजार टन कोयला यहां से उठाया जाना है जो विरोध के कारण संभव नहीं हो पा रहा। लिहाजा हमने पुलिस प्रशासन से कोयला उठाव में सहयोग की लिखित मांग की है। पुलिस सहयोग करेगी तो कल से कोयला उठाव शुरू होगा।

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