सूड़ी समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग
झारखंड सूड़ी समाज कल्याण समिति का 42वां महाधिवेशन मंगलवार को हीरापुर स्थित अग्रेसन भवन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम शहीद भगत सिंह और शहीद मनींद्र मंडल के चित्र पर माल्यार्पण किया गया।

जासं, धनबाद: झारखंड सूड़ी समाज कल्याण समिति का 42वां महाधिवेशन मंगलवार को हीरापुर स्थित अग्रेसन भवन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम शहीद भगत सिंह और शहीद मनींद्र मंडल के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। अधिवेशन की अध्यक्षता केंद्रीय अध्यक्ष कंसारी मंडल व संचालन सुनील मंडल ने किया। अधिवेशन में सूड़ी जाति को अनुसूचित जाति का दर्जा दिलाने के लिए संघर्ष करने का प्रस्ताव पारित किया गया। वक्ताओं ने कहा कि समाज में व्याप्त कृतियों, दहेज प्रथा, अशिक्षा, नारी उत्पीड़न के खिलाफ अभियान चलाने की जरूरत है। साथ ही समाज के लोगों को सामूहिक विवाह पर जोड़ देने का भी निर्णय लिया गया। विधवा विवाह का प्रोत्साहन देने और विवाह व श्राद्ध कार्य में फिजूल खर्च रोकने का प्रस्ताव भी लिया गया। केंद्रीय अध्यक्ष कंसारी मंडल ने कहा कि सूड़ी जाति को अनुसूचित जाति की सूची में सम्मिलित करने की सभी शर्तें पूरी करती है। और हमारी मांग 1976 से चल रही है, लेकिन आज तक हमारे साथ न्याय नहीं किया गया है। यह मुद्दा अविभाजित बिहार राज्य के समय से चलते आ रहा है। राज्य में सूड़ी जाति के लोगों का आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक, राजनीतिक व सांस्कृतिक स्तर पर अपेक्षित विकास नहीं हुआ है। यहां तक कि झारखंड राज्य अलग होने के पश्चात सभी मुख्यमंत्रियों ने अनुसूचित जाति में शामिल करने का आश्वासन दिया, लेकिन यह अभी तक नहीं किया गया। मौके पर केंद्रीय संरक्षक फुलचंद मंडल, केंद्रीय महामंत्री अशोक मंडल, केंद्रीय संरक्षिका रेखा मंडल, डोरा मंडल, नुनूलाल मंडल, जिलाध्यक्ष प्रफुल्ल मंडल, शैलेन मंडल,संतोष मंडल, नारायण मंडल आदि मौजूद थे।
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