नेपाल रवानी की शहादत दिवस मनी
झामुमो एवं मासस के तत्वावधान में शुक्रवार को गोधर मोड़ पर शहीद नेपाल रवानी का 32 वां शहादत मनाया गया। ...और पढ़ें

केंदुआ : झामुमो एवं मासस के तत्वावधान में शुक्रवार को गोधर मोड़ पर शहीद नेपाल रवानी का 32 वां शहादत मनाया गया। इस मौके पर झामुमो व्यवसाय प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष अमितेश सहाय ने शहीद नेपाल रवानी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि झारखंड के शहीदों ने विकास के साथ जिस शोषणमुक्त समाज का सपना देखा था। झारखंड सरकार उस सपने को साकार करने में लगी हुई है।
इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री राज्य के पिछड़े, आदिवासियों, मजदूर, किसानों और गरीबों के विकास के लिए काम कर रहे है। आगे आनेवाले दिनों में इसका फायदा राज्य की जनता को देखने को मिलेगा। झामुमो जिलाध्यक्ष रमेश टुडू ने कहा कि झारखंड आंदोलन के दौरान शहीदों के परिवार के साथ मूलवासियों और राज्य के लोगो ने काफी यातनाएं झेलीं। इसलिए राज्य सरकार उन सपनों को साकार करने के लिए कानून बना रही है। मासस नेता हरि प्रसाद पप्पू ने कहा कि झारखंड के विकास के लिए मजदूर किसानों, छात्र नौजवानों को एकजुट रहना होगा। शहादत दिवस की शुरुआत शहीद नेपाल रवानी की पत्नी सावित्री देवी और परिजनों ने शहीद रसिक हांसदा और शहीद नेपाल रवानी के शहीद स्मारक पर माल्यार्पण कर की। इस दौरान मासस और मासस युवा मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष जगदीश रवानी की देखरेख में ढोल नगाड़े बजाते हुए आदिवासी नृत्य के साथ जुलूस निकाला गया।
शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि देनेवालों में पवन महतो, कंसारी मंडल, रेखा मंडल, हरेंद्र चौहान, अरनव सरकार, अजय रवानी, बिट्टू रवानी, पिटू रवानी, नंदलाल महतो, भूषण महतो, टुनटुन यादव, राजेश यादव, रामगोपाल भुवानियां, श्रीराम चौरसिया, संजय जायसवाल, जयप्रकाश चौहान, महादेव हांसदा, जगदीश रवानी, बजरंग रवानी, सुधीर रवानी, प्रताप रवानी आदि थे।

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