कोयला तस्करी विवाद में तड़तड़ाईं गोलियां, बम धमाकों से कांपा भौंरा
Dhanbad News: भौंरा में कोयला तस्करी को लेकर दो गुटों में हिंसक झड़प हुई। वर्चस्व की लड़ाई में गोलियां चलीं और बम फेंके गए, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सुरक्षा की मांग को लेकर भौंरा ओपी पहुंचे श्रमिक कालोनी के लोग।
जागरण संवाददाता, चासनाला (धनबाद)। धनबाद के भौंरा ओपी क्षेत्र स्थित भौंरा आठ नंबर श्रमिक कालोनी में मंगलवार दोपहर को कोयला तस्करी में वर्चस्व को लेकर दो गुटों के बीच जमकर बमबाजी और फायरिंग हुई।
दोपहर लगभग तीन बजे गोलियों की तड़तड़ाहट और बम धमाकों ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। कुछ ही मिनटों में कालोनी धुएं से भर गई और लोग अपने बच्चों के साथ घरों से निकलकर सुरक्षित स्थान की ओर भागने लगे।
गनीमत रही कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ, वरना बड़ी अनहोनी हो सकती थी। घटना की सूचना मिलते ही भौंरा ओपी प्रभारी सुमन सौरभ, सुदामडीह थाना प्रभारी राहुल कुमार सिंह और जोड़ापोखर इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक दोनों गुटों के युवक फरार हो चुके थे।
हमले से डरे-सहमे स्थानीय लोग भौंरा ओपी पहुंचकर अपनी सुरक्षा की मांग करते हुए लिखित शिकायत दर्ज कराई। लोगों ने बताया कि वे हनुमान मंदिर के पास बैठे थे और बच्चे आसपास खेल रहे थे।
छह बाइक पर सवार 15–20 युवक कालोनी में दाखिल हुए, जिनका पीछा दूसरा गुट कर रहा था। इसके बाद दोनों ओर से अंधाधुंध फायरिंग और बम फेंके जाने लगे। चीख-पुकार के बीच महिलाएं और बच्चे किसी तरह अपनी जान बचाकर भागते नजर आए।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि वे दिहाड़ी मजदूर हैं और शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहते हैं, लेकिन बाहरी अपराधी तत्वों ने उनकी कालोनी को ही जंग का मैदान बना दिया है। कई लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह पूरा विवाद कोयला तस्करी में वर्चस्व को लेकर है।
भौंरा ओपी प्रभारी सुमन सौरभ ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही पूरे घटनाक्रम की स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी। फिलहाल भौंरा और काली मेला क्षेत्र में भय और तनाव का माहौल बना हुआ है।

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