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लो कर लो बात ! डिजिटल युग में सीटू को चाहिए पे-स्लिप, बीसीसीएल के खिलाफ आंदोलन का शंखनाद

सीटू नेताओं ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि 23-24 फरवरी 2022 को कोयला उद्योग के निजीकरण तथा गुलाम बनाने वाले श्रम कानून के खिलाफ और वेतन समझौता जल्द करने के लिए हम सब देशव्यापी हड़ताल करेंगे।

By MritunjayEdited By: Published: Thu, 30 Dec 2021 09:42 AM (IST)Updated: Thu, 30 Dec 2021 09:42 AM (IST)
बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन करते सीटू समर्थक ( फोटो जागरण)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। सेप सर्वर के नाम पर बीसीसीएल कर्मचारियों को अभी तक नवंबर माह का पे- स्लिप नहीं मिलने व वेतन समझौता ग्यारह की बैठक टाल- मटोल करने के खिलाफ सीटू ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बीसीकेयू केंद्रीय अस्पताल धनबाद शाखा ने नवंबर माह का वेतन पर्ची अभी तक कर्मियों के लिए नहीं मिलने तथा वेतन समझौता ग्यारह की बैठक में हो रही टाल- मटोल के खिलाफ बीसीसीएल सेंट्रल हॉस्पिटल धनबाद के मुख्य द्वार पर सभा किया तथा प्रबंधक के खिलाफ खूब नारे लगाए गए। कोयला भवन पर भी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।  इस अवसर पर बीसीकेयू सीएचडी शाखा सचिव सह सीटू राज्य उपाध्यक्ष भारत भूषण ने कहा कि मुख्यालय प्रबंधक सैप के नाम पर वेतन पर्ची नहीं छापने के नाम पर नवंबर माह या आने वाला महीना में नहीं देनें का मन बना रहा है।

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वहीं जनवरी 2022 से सैप पर सभी काम करने की बात करती है, जबकि हमारे कर्मी को सैप का कोई अभ्यास नहीं है। इस सिस्टम में करोड़ों खर्च है। इसके लिए एक पासवर्ड कोर्ड लाखों रुपए का होगा। कर्मियों को सिखाने के नाम पर सैप का आदमी को रखा जाएगा, जिसे आउटसोर्सिंग कह सकते हैं, जो निजीकरण का रास्ता है। इस लूट और निजीकरण को बढ़ावा देने वाले सिस्टम को हम विरोध करते हैं। इस अवसर पर उन्होंने आगे कहा कि लंबे संघर्षों के बाद आज जगजीवन नगर में अस्पताल कर्मियों का आवास का मरम्मत और छतों पर तारपेंटिग का कार्य हो रहा है, लेकिन खाली आवास का तारपेंटिग नहीं कर रहा है, जिससे बगल वाला किया जा रहा तारपेंटिंग का आवास वारिस में प्रभावित होगा, दूसरी बात है कि खाली आवास का मरम्मत या तारपेंटिंग का नहीं होने से कर्मी उसमें जाना नहीं चाहेगा। इस लिए सभी आवासों पर काम किया जाय। अन्य वक्ताओं ने अभी तक वेतन समझौता नहीं होने पर प्रबंधक और केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि 23-24 फरवरी 2022 को कोयला उधोग की निजीकरण तथा गुलाम बनाने वाली श्रम कानून के खिलाफ और वेतन समझौता जल्द करने के लिए हम सब को देशव्यापी हड़ताल में शामिल होना होगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता राम कृष्णा पासवान ने किया जबकि वक्ताओं में संयुक्ता गोस्वामी, प्रीति भारती, लीलामय गोस्वामी, सीता राम महतो , संगीता कुमारी, सुलोचना कुमारी, अनिल कुमार सिन्हा, सुंदर राणा, विनय कुमार सिंह, कृष्णा मालो, लालू हरिजन शामिल थे।


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