Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नहीं मान रहे लुटेरे, 24 घंटे में दूसरी बार पंप कर्मियों की पिटाई कर ट्रांसफार्मर लूट का प्रयास

    By Ramjee YadavEdited By: Nishant Bharti
    Updated: Thu, 13 Nov 2025 03:18 PM (IST)

    धनबाद के निरसा में केबल लुटेरों ने बैजना कोलियरी के भीटी पंप पर कर्मी से मारपीट की और ट्रांसफार्मर लूटने की कोशिश की। पुलिस के पहुंचने पर लुटेरे भागे। आक्रोशित मजदूरों ने उत्पादन ठप कर धरना दिया, जिसके बाद महाप्रबंधक ने सुरक्षा का आश्वासन दिया। इससे पहले भी लुटेरों ने 40 फीट केबल लूटा था। कर्मी ने बताया कि लुटेरों ने मारपीट कर ट्रांसफार्मर का नट बोल्ट खोला था।

    Hero Image

    24 घंटे में दूसरी बार हमला

    जागरण संवाददाता, निरसा(धनबाद)। केबल लुटेरों के दल ने बुधवार की रात्रि 24 घंटे के अंदर बैजना कोलियरी के देवियाना स्थित भीटी पंप पर  तैनात कर्मी मांगू दास की भरदम पिटाई कर पहले तो केवल काटा उसके बाद ट्रांसफार्मर से क्वायल लूटने के उद्देश्य से ट्रांसफार्मर का नट बोल्ट खोल दिया। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तत्काल निरसा पुलिस की गश्ती दल पहुंचने के बाद केबल लुटेरे जंगल एवं झाड़ी का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। हालांकि पुलिस ने केबल लुटेरों का पीछा भी किया परंतु, लुटेरे भागने में सफल रहे। 

    उत्पादन ठपकर धरना पर बैठे मजदूर

    घटना से आक्रोशित मजदूरों ने संयुक्त मोर्चा के बैनर तले बैजना कोलियरी 31 नंबर खदान के समीप उत्पादन ठपकर धरना पर बैठ गए। बाद में ईसीएल मुगमा क्षेत्र के महाप्रबंधक ओपी चौबे पहुंचे तथा मजदूरों को आश्वस्त किया कि सुरक्षा का समुचित उपाय किया जाएगा। 

    WhatsApp Image 2025-11-13 at 2.53.02 PM (1)

    साथ ही भीटी पंप के का बाउंड्री वॉल किया जाएगा। उसके बाद मजदूर धरना समाप्त कर कम पर लौटे। इस दौरान लगभग 5 घंटे तक कोलियरी का उत्पादन ठप रहा। 

    40 फीट केबल लूटा

    मालूम रहेगी मंगलवार की रात्रि केबल लुटेरों ने बैजना कोलियरी के के 29 नंबर खदान पर धावा बोलकर सुरक्षा कर्मियों मृत्युंजय मंडल एवं सुखदेव भुइंया की भरदम पिटाई कर बंधक बनाकर लगभग 40 फीट केबल लूट लिया था। 

    इसके विरोध में कर्मियों ने सुरक्षा की मांग को लेकर ट्रेड यूनियन के संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में बुधवार को लगभग 6 घंटे तक कोलियरी का उत्पादन ठप कर दिया था।

    भुक्तभोगी कर्मी के अनुसार कैसे घटी घटना

    इस संबंध में जानकारी देते हुए बंधक बने एवं केबल लूटेरे की पिटाई से घायल पंप खलासी मांगू दास ने बताया कि रात्रि लगभग 12:00 बजे लुटेरों के दल ने भीटी पंप पर धावा बोला। केबल लुटेरों की संख्या 15 से 20 के बीच थी। सभी ने अपने चेहरे को गमछे एवं रुमाल से ढक रखा था। 

    आते ही उन लोगों ने सबसे पहले मेरी पिटाई शुरू कर दी। भीटी पंप पर मैं अकेला कमी था। मेरी पिटाई करने के बाद मुझे वहीं पर बैठा दिया तथा लुटेरे समरसेबल पंप का केबल कटने लगे। 

    ट्रांसफार्मर का नट बोल्ट खोला

    समरसेबल पंप में तांबे के स्थान पर एल्यूमीनियम का तार देखकर उन लोगों ने पुनः मेरी पिटाई शुरू कर दी। लुटेरों का कहना था कि तुम हीं लोग के कहने पर प्रबंधन ने कॉपर के स्थान पर अल्युमिनियम का केबल बिछाया है। उसके बाद लुटेरे ट्रांसफार्मर का क्वायल के उद्देश्य से ट्रांसफार्मर का नट बोल्ट खोलने लगे। 

    केबल लुटेरों ने ट्रांसफार्मर का ज्यादातर नट बोल्ट भी खोल दिया था। यह महज संजोग था कि उसी वक्त निरसा पुलिस की पेट्रोलिंग उसे रास्ते से गुजर रही थी। पेट्रोलिंग में शामिल जवानों ने जब टॉर्च जलाया तो केबल लुटेरे भाग खड़े हुए। 

    जंगल एवं झाड़ी का फायदा उठाकर भागे

    पुलिस के जवान मेरे पास आए तो मैंने उन्हें सारी बात बताई। उसके बाद पुलिस ने केबल लुटेरों का पीछा भी किया परंतु जंगल एवं झाड़ी का फायदा उठाकर लुटेरे भाग खड़े हुए। उसके बाद मैं वहां से देवियाना मोड़ जाकर दुकानदार से मामले की जानकारी अपने वरीय पदाधिकारी को दी। उसके बाद कोलियरी से लोग आए। 

    मांगू दास ने बताया कि इससे पूर्व बीते माह भी मुझे बंधक बनाकर केबल लुटेरों ने भीटी पंप से केबल लूट ले जा चुके हैं।

    लुटेरों के निशाने पर ट्रांसफार्मर का क्वायल

     केबल लुटेरों के निशाने पर अब केबल के स्थान पर ट्रांसफार्मर का क्वायल है। ट्रांसफार्मर का नट बोल्ट खोलकर आसानी से उसमें से क्वायल निकाल लेते हैं। जिसमें सिर्फ कॉपर ही रहता है। 

    केबल लुटेरों के आतंक से प्रतिमा लाखों रुपए के नुकसान से अजीज आकर अब ईसीएल प्रबंधन ज्यादातर स्थानों पर एलुमिनियम क्वायल वाले ट्रांसफार्मर एवं केबल लगाने पर जोर दे रही है।

    सुरक्षा की मांग को लेकर कर्मियों ने किया उत्पादन ठप

    कर्मियों की सुरक्षा की मांग को लेकर पुनः गुरुवार को भी कोल कर्मियों ने कोलियरी का उत्पादन ठपकर कोलियरी परिसर में धरना दिया। कर्मियों का कहना है कि जब कोल कर्मी ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो वह उत्पादन पर कितना ध्यान दे पाएंगे। प्रबंधन को सबसे पहले कर्मियों की सुरक्षा के व्यवस्था करनी चाहिए तभी से सुचारू रूप से उत्पादन हो सकेगा।