दुर्गा पूजा के पहले कोयला अधिकारियों के खाते में आएगी बंपर राशि, 13 साल बाद मिलेगा एनपीएस का ब्याज
दुर्गा पूजा से पहले कोयला अधिकारियों के खाते में बंपर राशि आने वाली है। कोयला अधिकारियों के 13 साल से लंबित पड़े नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) के ब्याज की राशि भुगतान को हरी झंडी मिल गई है। कोल इंडिया बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने इसकी सहमति दी है।

जागरण संवाददाता, धनबाद: इस साल 29 हजार कोयला अधिकारियों के लिए दुर्गा पूजा तो खुशी लेकर आएगी ही, उनकी दिवाली भी समय से पहले मन जाएगी। दरअसल दुर्गा पूजा से पहले कोयला अधिकारियों के खाते में बंपर राशि आने वाली है। कोयला अधिकारियों के 13 साल से लंबित पड़े नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) के ब्याज की राशि भुगतान को हरी झंडी मिल गई है। कोल इंडिया बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने इसकी सहमति दी है।
19 अगस्त को हुई बोर्ड की बैठक में इस पर फैसला लिया गया। 26 अगस्त को इस संबंध में कोल इंडिया प्रबंधन ने आदेश जारी कर दिया है। यह राशि एक जनवरी 2007 से लेकर 31 मार्च 2019 के दौरान सेवानिवृत्त व ऑन रोल में कार्यरत अधिकारियों को दी जाएगी। इस संबंध में कोल इंडिया ने गाइडलाइन के साथ पत्र जारी किया है। इधर, कोल माइंस अफसर एसोसिएशन के बीसीसीएल शाखा अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह व महासचिव निर्झर चक्रवर्ती ने कहा कि यह बड़ी जीत है। लंबे समय से इसकी मांग प्रबंधन से की जा रही थी। ब्याज के रूप में 50 हजार रुपये से लेकर दो लाख तक का लाभ अधिकारियों को मिलेगा। कोल इंडिया प्रबंधन का निर्णय स्वागत योग्य है।
उन्होंने कहा कि कोल इंडिया की सभी कोयला उत्पादन करने वाली कंपनियों के साथ साथ कोल इंडिया मुख्यालय व अन्य कंपनी में प्रभार में काम कर रहे अधिकारियों को भी इसका लाभ मिलेगा। सिंह ने कहा कि एसोसिएशन लगातार इसको लेकर उच्च प्रबंधन पर दबाव बनाए हुए था।
कंपनी स्तरीय भुगतान की स्थिति
ईसीएल में 4223 अधिकारी के बीच 66.74 करोड़
बीसीसीएल 4042 अधिकारी के बीच 60.76 करोड़
सीसीएल 4311 अधिकारी के बीच 68.26 करोड़
डब्ल्यूसीएल में 3824 अधिकारी के बीच 56.18 करोड़
एमसीएल में 2845 अधिकारी के बीच 40.70 करोड़
सीएमपीडीआइ में 1549 अधिकारियों के बीच 25.67 करोड़
कोल इंडिया में 770 अधिकारियों के बीच 15.28 करोड़
यानी कुल 456.14 करोड़ रुपये का भुगतान कोल इंडिया की विभिन्न कंपनियों में पदस्थापित 29556 अधिकारियों के बीच किया जाएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।