Skip The Queue Technology: मंदिरों और तीर्थ स्थलों पर भीड़ प्रबंधन में क्रांति... IIT(ISM) का एआइ मॉडल रोकेगा भगदड़
IIT(ISM) धनबाद ने भीड़ प्रबंधन के लिए एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआइ) मॉडल विकसित किया है, जो भगदड़ जैसी घटनाओं को रोकने में सहायक होगा। यह तकनीक भीड़ को ...और पढ़ें

सार्वजनिक स्थलों पर भगदड़ से आए दिन जाती है जान। (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, धनबाद। मंदिर, तीर्थ स्थल और सार्वजनिक स्थलों पर होनेवाली अत्यधिक भीड़ से निबटने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद ली जाएगी। अचानक होनेवाली भगदड़ और उससे होनेवाली जान-माल की क्षति को रोकने में भी इससे मदद मिलेगी।
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आइआइटी आइएसएम के छात्र-छात्राओं ने एआइ आधारित तकनीक विकसित की है। एआइ आधारित स्किप द क्यू तकनीक का उद्देश्य तीर्थ स्थलों और भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक केंद्रों में आने वाली समस्या का समाधान करना है। इससे कतारों के प्रबंधन, प्रतीक्षा समय को कम करने, सुरक्षा बढ़ाने और समग्र भीड़ प्रवाह को बेहतर बनाने का पूर्वानुमान मिल जाएगा। मैनुअल भीड़ प्रबंधन एआइ तकनीक से हो सकेगा।
त्योहार, मौसम और छुट्टियों के डाटा से भीड़ का पूर्वानुमान
यह रीयल-टाइम भीड़ पूर्वानुमान में मदद करेगा। त्योहारों के पैटर्न, मौसम की स्थिति और छुट्टियों के डाटा का उपयोग कर आगंतुकों की संख्या का पूर्वानुमान लगाएगा। इससे भीड़भाड़ वाले समय का पहले से अनुमान लगाने में मदद मिलेगी।
स्मार्ट डिजिटल टोकन प्रणाली है जो लंबी भौतिक कतारों को आभासी कतारों से बदल देती है, जिससे आगंतुक उच्च घनत्व वाले क्षेत्रों में भीड़भाड़ किए बिना आराम से प्रतीक्षा कर सकते हैं। इसमें एक उन्नत कतार प्रबंधन डैशबोर्ड जो लाइव भीड़ घनत्व, स्वचालित गेट नियंत्रण सुझाव, टोकन की प्रगति, अनुमानित प्रतीक्षा समय और महत्वपूर्ण अलर्ट दिखाता है।
इससे जमीनी स्तर पर तैनात कर्मचारियों को त्वरित और सटीक निर्णय लेने में सहूलियत होगी। अनुमानित भीड़भाड़ के आधार पर कर्मचारियों की तैनाती, गेट समायोजन और अस्थायी लेन व्यवस्था की की जा सकेगी। टोकन अपडेट, भीड़ संकेतक और व्यस्त समय के अलर्ट भी मिलते रहेंगे।
कौन-कौन शामिल: टीम लीडर भूमि बंसल, जिनाय जैन, ज्ञान प्रकाश, तुशांक जैन, करण कुमार खदरिया व गुप्ता राहुल करताराम।
स्मार्ट इंडिया हैकाथान में राष्ट्रीय स्तर पर जीत, डेढ़ लाख का अवार्ड
स्मार्ट इंडिया हैकाथान-2025 के अंतर्गत अहमदाबाद के स्वामी नारायण विश्वविद्यालय में आयोजित ग्रैंड फिनाले में आइआइटी आइएसम छात्रों के स्किप द क्यू प्रोजेक्ट ने राष्ट्रीय स्तर पर जीत दर्ज की। प्रोजेक्ट में शामिल छात्र-छात्राओं को डेढ़ लाख का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया।
पशु और भैंसों के वैज्ञानिक मूल्यांकन में सहायक होगा एआइ
आइआइटी आइएसएम छात्रों ने पशु और भैंसों के वैज्ञानिक मूल्यांकन में मदद करने वाले एआइ समाधान को ढूंढ़ निकाला है। आइएसएम टीम स्काईएनआरजी ने भोपाल स्थित एलएनसीटी में आयोजित ग्रैंड फिनाले में इमेज बेस्ड एनिमल टाइप क्लासिफिकेशन फार कैटल एंड बफैलोज विषय पर आधारित अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समाधान प्रस्तुत कर प्रथम स्थान प्राप्त किया।
यह समाधान राष्ट्रीय गोकुल मिशन के उद्देश्यों को मजबूती प्रदान करता है। टीम में टीम लीडर नैंसी श्रीवास्तव, पठान गुलामगौश, स्वास्ति मिश्रा, स्रियुक्तिका, राबिया बसरिया और कुणाल वर्मा शामिल थे।

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