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    कार की डिक्की में शव, बीच रास्ते पुटकी में चाय की चुस्की... हर्ष ने Bokaro Police को सुनाई हत्या की सनसनीखेज दास्तां

    By Arvind Kumar Singh Edited By: Mritunjay Pathak
    Updated: Thu, 04 Dec 2025 06:13 PM (IST)

    Bokaro Murder Case: बोकारो पुलिस के सामने हर्ष ने एक चौंकाने वाली हत्या की कहानी सुनाई। उसने बताया कि कैसे उसने शव को कार की डिक्की में छिपाया और पुटक ...और पढ़ें

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    पुलिस की गिरफ्त में हर्ष कर्मकार।

    अरविंद, बोकारो। झारखंड के बोकारो जिले के चीरा चास में बीते तीस नवंबर को हुए टाइल्स मिस्त्री पंकज कुमार महतो की हत्या के आरोपित हर्ष कर्मकार ने अपने इकबालिया बयान में बताया है कि गलती से गोली चलने से मरे पंकज के शव को वह धनबाद लेकर चला।

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    पुटकी में सड़क किनारे कार रोक पी चाय 

    एमबीए पास हर्ष ने बताया है कि वह कार की डिक्की में रखे शव को लेकर तेलमच्चो ब्रिज पार कर धनबाद पहुंचा। यहां से महुदा, कपुरिया मोड़, मोनीडीह चौक होते हुए वह पुटकी पहुंचा। पुटकी में सड़क किनारे कार रोकी और एक दुकान पर जाकर चाय पी।

    बोर्रागढ़ में शव छिपाने का बताया कारण 

    चाय पीने के बाद कार में रखा शव लेकर प्रभू चौक से झरिया गया। यहां बोर्रागढ़ा में जाकर कार की डिक्की में शव निकाला और झाड़ियों में फेंक दिया। हत्यारोपित हर्ष ने यह भी बताया है कि वह जामाडोबा धनबाद का रहने वाला है। वह इलाके से इसी वजह से चप्पे-चप्पे से वाकिफ था। इसीलिए वह शव को छिपाने के लिए धनबाद चला गया।

    खून को किया था साफ

    शव को झरिया में फेंकने के बाद वह कार से भागाबांध, पुटकी, कपुरिया होते हुए तेलमच्चो ब्रिज आया। इसके बाद वह चीरा चास स्थित शांति नगर अपने घर आकर कार की डिक्की में लगे खून को साफ किया। हर्ष ने बताया है कि उसके घर में पहले भी पंकज काम किया था। काम के दौरान पंकज से उसकी दोस्ती हो गई थी। वह दोनों बीच-बीच में मिलते रहते थे।

    29 नवंबर को पंकज को वह काम करने के लिए बुलाया था। काम समाप्त नहीं हुआ तो अगले दिन भी एक मिस्त्री व लेबर के साथ पंकज उसके यहां आया था। शाम को पांच बजे लेबर मिस्त्री चले गए। पंकज उसके यहां पेमेंट लेने के लिए रुक गया। वह अंदर कमरे में गया। वह एक तमंचा व गोली रखा था।

    पूर्व परिचित व दोस्त बन चुके पंकज को वह अंदर के कमरे से लोडेड देशी तमंचा लाकर दिखा रहा था। इसी बीच ट्रिगर दब गया। गोली पंकज के चेहरे पर जा लगी और उसकी मौत हो गई। डर से वह शव को अपनी की कार की डिक्की में रखकर ले गया और झरिया में फेंककर लौट आया। शव को डिक्की में रखने के बाद फर्श पर पड़े खून को वह साफ किया था।

    शव को जिस कमरे में लपेटा था उसे जला दिया 

    लौटने के बाद कार की डिक्की को भी साफ किया। शव को जिस कपड़ों से वह लपेटा था उसे वह जला दिया। तमंचा के खाली खोखा को वह घर के पास झाड़ियों में फेंक दिया। इसके बाद वह मिस्त्री का मोबाइल, बाइक आधार कार्ड समेत अन्य सामान वह ले जाकर उसकी पत्नी को दिया और बताया कि पंकज उसके घर से गया और नहीं लौटा।

    थाना में जाकर रिपोर्ट लिखवाई 

    वह पंकज की पत्नी को लेकर थाना गया और गुमशुदगी की रिपोर्ट भी लिखवाई। घर में लगे सीसीटीवी कैमरों का फुटेज तीस नवंबर का वह डिलिट कर दिया। पुलिस जब जांच करने आई तो डीबीआर में तकनीकी खराबी व बिजली नहीं होने का हवाला दे रिकार्डिंग नहीं मौजूद होने की जानकारी दी।

    एसपी हरविंदर सिंह के आदेश पर घटना का खुलासा करने में अपनी पूरी टीम के साथ जुटे चीरा चास थानेदार पुष्प राज कुमार ने आरोपित को अदालत में बीते दिन बुधवार को पेश किया। अदालत के आदेश पर पुलिस ने इसे न्यायिक हिरासत में मंडल कारा चास भेज दिया।