भुईफोड़ मंदिर : नवरात्रि में प्रत्येक दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की होती है आराधना
भुईफोड़ मंदिर में नवरात्रि में प्रत्येक दिन श्रद्धालु यहां आकर पूजा करते हैं। नवरात्रि में प्रत्येक दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है।

धनबाद : भुईफोड़ मंदिर में नवरात्रि में प्रत्येक दिन श्रद्धालु यहां आकर पूजा करते हैं। नवरात्रि में प्रत्येक दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। साथ ही श्रद्धालु मां दुर्गा का पाठ भी करते हैं। यह मंदिर लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। नवरात्रि के दिनों में यहां दूर-दूर से श्रद्धालु पूजा करने आते हैं। -इतिहास :
सरायढेला मार्ग स्थित भुईफोड़ मंदिर करीब दो सौ साल पुराना है। कहा जाता है कि भूमि से निर्मित शिवलिग के कारण इस मंदिर का नाम भुईफोड़ रखा गया है। करीब 60 वर्ष पहले यहां मंदिर का निर्माण किया गया था। मंदिर में भगवान शिव के साथ मां दुर्गा, राधा-कृष्ण के साथ अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा स्थापित है। नवरात्रि में प्रत्येक दिन यहां विशेष पूजा व आरती होने लगी, जिससे आसपास के श्रद्धालुओं की भीड़ होने लगी। यह मंदिर नवरात्रि में श्रद्धालुओं के आस्था का प्रमुख केंद्र है। नवरात्रि को लेकर तैयारी : भुईफोड़ मंदिर में नवरात्रि को लेकर पूरे मंदिर परिसर को पुष्प व विद्युत साज सज्जा किया गया है। मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए कोरोना को ध्यान में रखते हुए शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पूजा करने को कहा गया है। साथ ही सभी के लिए मास्क अनिवार्य किया गया। पूजा करने के लिए मंदिर को सुबह पांच से दोपहर एक बजे तक खोला जा रहा है। साफ सफाई के बाद पुन: दोपहर तीन से रात्रि 9 बजे तक खुला रहता है। इस मंदिर के प्रति मां दुर्गा के भक्तों का गहरी आस्था है। इसीलिए दूर-दूर से श्रद्धालु पूजा करने के लिए आते हैं। नवरात्रि में प्रत्येक दिन यहां मां की आराधना के लिए विशेष भीड़ उमड़ती है।
-अक्षय आचार्यजी, पुजारी यहां जो भी भक्त पूजा आराधना करते हैं, मां दुर्गा उनकी मनोकामना अवश्य पूर्ण करती हैं। घर के बड़े बुजुर्गों का कहना है कि इस मंदिर में नवरात्रि में यहां हर मनोकामना पूरी होती है।
- प्रीति कुमारी, श्रद्धालु
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