Dhanbad News: भीषण गर्मी में कहीं भगवान न पड़ जाएं बीमार! भक्तों ने किया ये अनूठा इंतजाम
धनबाद में भीषण गर्मी के बीच भक्त भगवान को गर्मी से राहत दिलाने के लिए छोटे पंखे और कूलर खरीद रहे हैं। वे मानते हैं कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रतिमा में भगवान का वास होता है और वे उनकी हर तरह से सेवा करना चाहते हैं। भक्त भगवान को मौसम के अनुसार आराम पहुंचाते हैं और उनकी दैनिक जरूरतों का ध्यान रखते हैं।

रवि चौरसिया, धनबाद। शहर में तेजी से बढ़ती गर्मी को लेकर एक तरफ आम लोग अपने घरों में पंखे व कूलर लगवा रहे है तो वहीं, दूसरी ओर भगवान के प्रति भक्तों की भक्ति और सेवा स्नेह का नया का एक नया रूप भी देखने को मिल रहा है।
जहां लोग अपने घरों के साथ-साथ पूजा स्थल पर विराजमान भगवान को गर्मी से राहत तथा शीतलता प्रदान करने के लिए छोटे बैटरी या इलेक्ट्रिक पंखे तथा कूलर की खरीद रहे हैं।
ताकि खुद के साथ-साथ भगवान को भी इस गर्मी से बचाया जा सके और भगवान की सेवा में कोई कमी न रह जाए।
भगवान की मूर्तियों के पास वातावरण को ठंडा बनाए रखने के लिए शहर के बाजारों में विशेष रूप से डिजाइन किए गए छोटे छोटे पंखे तथा कूलर की बिक्री में तेजी आई है। ये पंखे व कूलर बड़े कूलर की भांति पानी भरने के बाद ठंडी हवा प्रदान करते हैं।
भक्तों में हीरापुर की ममता सिंह एवं बरमसिया की सुमित्रा देवी ने बताया कि भगवान के प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही पूजा की जाती है और प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रतिमा का भाव ही अलग हो जाता है।
इस लिए सच्चे भक्त होने के नाते हम नही चाहते कि हमारे प्रभु को किसी भी तरह की कोई तकलीफ हो। हम लड्डू गोपाल को बच्चे के रूप में सेवा करते है। उन्हें समय से भोग लगाने के बाद रात्रि में छोटे छोटे बिस्तर पर कंबल और तकिया के साथ सुलाते है।
वहीं, सुबह को जगाने के साथ भगवान को नहलाना, भोग लगाना व झूला झुलाना भी नित्य क्रिया में शामिल है। मौसम के हिसाब से भगवान को शर्दी में मौसम में स्वेटर तो गर्मी के मौसम में छोटे छोटे पंखे व कूलर लगाते हैं ताकि भगवान को शीतलता मिल सके।
पंडित अमित मिश्रा बताते है कि किसी भी प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूर्ण रूप से भगवान का वास हो जाता है। इस दौरान उसमें अटूट शक्तियां होती है, जिसका भक्तों को एहसास भी होता है। वे भगवान को जीवंत रूप में देखते है। जिस कारण भक्त किसी भी हाल पर भगवान की सेवा भाव में कमी नहीं करना चाहते है।
बैंकमोड़ स्थित गिफ्ट कार्नर संचालक शोभित कुमार बताते है। हाल कुछ वर्षों में गिफ्ट की सामग्रियों के साथ-साथ भगवान के पोशाक से लेकर छोटे छोटे बेड, तकिया, भोजन के लिए छोटे बर्तन, झूले के साथ बैटरी एवं इलेक्ट्रिक से चलने वाले पंखे तथा कूलर की बिक्री काफी तेजी से बड़ी है।
भक्त अपने जरूरत और साइज के अनुसार खरीदारी करते हैं। उन्होंने बताया कि इस समय गर्मी का मौसम चल रहा है तो भक्त पंखे तथा कूलर की खरीदारी अधिक कर रहे है।
इस प्रकार के वस्तुओं के मूल्य :
- पलंग- 200 से 500
- गद्दा- 100 से 200
- तकिया- 20
- झूला- 200 से 1000
- बैटरी पंखा- 150 से 200
- इलेक्टिक पंखा- 100 से 150
- कूलर- 300 से 350
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