नमस्कार सर! ट्रेन खुलते ही मेरे बगल के कंपार्टमेंट वाले यात्री का बैग फेंका और फिर कूद गया...
नमस्कार सर...। मैं इस समय ट्रेन पर हूं। ट्रेन नंबर 03350 पटना-सिंगरौली लिंक एक्सप्रेस में मेरा बर्थ नंबर एस-4 में नौ और 12 है। डेहरी से जैसे ही ट्रेन खुली मेरे बगल के कंपार्टमेंट के यात्री का बैग एक शख्स ने नीचे फेंक दिया अैर खुद भी कूद गया...।
धनबाद, जेएनएन : नमस्कार सर...। मैं इस समय ट्रेन पर हूं। ट्रेन नंबर 03350 पटना-सिंगरौली लिंक एक्सप्रेस में मेरा बर्थ नंबर एस-4 में नौ और 12 है। डेहरी से जैसे ही ट्रेन खुली मेरे बगल के कंपार्टमेंट के यात्री का बैग एक शख्स ने नीचे फेंक दिया अैर खुद भी कूद गया...। राजा भट्टाचार्य के इस ट्वीट के बाद रेल महकमे में अफरा-तफरी मच गई। डीआरएम धनबाद को टैग कर उन्होंने ट्वीट किया। यह भी लिखा कि डेहरी से खुलने वाली ट्रेन में अक्सर रात में बैग लेकर कूदने की वारदात होती रहती है। कृपया दोषियों पर कार्रवाई कर घटनाओं पर अंकुश लगाने की कृपा की जाए। कुछ ही देर में मामले को लेकर आरपीएफ सक्रिय हो गई। ट्वीट कर बताया गया कि उनकी शिकायत पर गढ़वा रोड और रेणुकूट स्टेशन पर भुक्तभोगी को अटेंड किया गया। उन्होंने पूरे मामले की जानकारी दी है।
इस घटना से साफ हो गया कि रेल अपराधियों का काेराना काल खत्म हो चुका है और यात्रियों से छीन-झपट का प्रोग्राम उन्होंने शुरू कर दिया है। इससे पहले पिछले साल मार्च से दसंबर-जनवरी तक रेल अपराध की घटना लगभग शून्य थी। धनबाद जैसे बड़े स्टेशन पर एक भी घटना नहीं हुई थी। रेल मंडल के दूसरे स्टेशनों पर भी अपराध का ग्राफ लगभग शन्य था। ट्रेनों की संख्या बढ़ने के साथ ही अपराध भी बढ़ने लगे हैं। इससे कंफर्म टिकट से क्राइम कंट्रोल के नुस्खे को भी तगड़ा झटका लगा है। माना जा रहा था कि वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों पर रोक और सिर्फ कंफर्म टिकट से सफर की अनुमति से अपराध नियंत्रण काफी हद तक मुमकिन हो सकेगा। पर रेलवे की इस प्लानिंग का भी अपराधियों ने बेड़ा गर्क करना शुरू कर दिया है।