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    बीसीसीएल क्वार्टर गिरने से 3 की दर्दनाक मौत, लापरवाही पर सवाल, बस्तीवासी कर रहे शिफ्टिंग की मांग

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 09:22 AM (IST)

    झरिया के लोदना में जर्जर आवासों में रहने वाले लोग दहशत में हैं। हाल ही में बारिश के कारण एक जर्जर आवास गिरने से तीन लोगों की जान चली गई। 110 परिवारों का सर्वे हो चुका है जिनमें से 80 को शिफ्ट कर दिया गया है लेकिन 30 अभी भी वहीं रहना चाहते हैं। स्थानीय लोग झरिया मास्टर प्लान के तहत स्थाई व्यवस्था और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं।

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    बीसीसीएल क्वार्टर गिरने से 3 की दर्दनाक मौत

    जागरण संवाददाता, झरिया। बीसीसीएल एरिया दस के लोदना आठ नंबर स्थित ऊपर धौड़ा में 110 परिवार का सर्वे हो चुका है। जिसमें से 80 परिवार शिफ्ट किया जा चुका है। 30 परिवार ऐसे है जिनका सर्वे होने के बाद भी वह जाना नहीं चाह रहे है। ऊपर धौड़ा में जो भी आवास खाली किया गया है।

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    बीसीसीएल ने उसे पूरी तरह से ध्वस्त नहीं किया है। अभी भी लगभग 35 ऐसे घर है जिसको बीसीसीएल ने खाली करवाने के बाद भी पुरी तरह ध्वस्त नही किया है। बीसीसीएल अगर इस मामले को गंभीरता से नहीं लेती है तो वह दिन दूर नहीं कि इससे भी बड़ी घटना बीसीसीएल के लोदना क्षेत्र में देखने को मिलेगी।

    वहीं नीचे धौड़ा की बात करें तो लगभग दो सौ घर है जिसका सर्वे अभी तक नहीं हुआ है। इसमें से 30 आवास ऐसे है जिसकी स्थित जर्जर है। बुधवार को हुई घटना को देखकर जर्जर आवासों में रह रहे लोगों की सांस मानो अटक सी गई है। बारिश से उक्त जर्जर आवास की स्थिति और भ्यावक होते जा रही है। जिससे लोगों की रात की नींद उड़ गई है।

    स्थानीय लोगों ने कहा कि बस्ती के पास में संचालित सुश्री आउटसोर्सिंग में ब्लास्टिंग से घर और जर्जर होता जा रहा है। लोगों ने कहा कि इस परिस्थिति में यहां रहना मुश्किल है। हम लोग यहां से जाना चाहते है। लेकिन हम लोगों को स्थाई रूप से बसाया जाए।

    साथ ही झरिया मास्टर प्लान के तहत समुचित व्यवस्था देकर हम लोगों को शिफ्टिंग कराया जाए। बताते चले की लोदना आठ नंबर में दो दिन पूर्व बीसीसीएल के जर्जर आवास तेज बारिश की वजह से जोरदार आवाज के साथी गिर गया था। बारिश की वजह से घर के अंदर छुपे नौ लोग जर्जर आवास के मलबे में दब गए थे। जिसमे से तीन लोगों की मौत हो गई थी।

    लापरवाही ने बीसीसीएल को कटघरे में किया खड़ा

    स्थानीय लोगों ने कहा कि बीसीसीएल के लापरवाही का खामियाजा बुधवार को तीन मासूमों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा है। लगभग चार माह पूर्व यहां कई क्वार्टर को खाली करवाया गया था। लेकिन बीसीसीएल ने उसको पूरी तरह ध्वस्त नहीं किया। जबकि नियम यह है कि खाली हुए आवासों को तुरंत पूरा ध्वस्त कर देना है। लेकिन बीसीसीएल ने ऐसा नहीं किया। जिसका नतीजा यह हुआ कि तीन लोगों की मौत व छह लोग घायल हो चुके है। इस घटना से पूरा इलाका में मातम पसर गया है।

    विजय पासवान ने कहा सर्वे के लिए आया था लेकिन हमने नहीं करवाया। हम जेरेडा के तहत सर्वे करवाएंगे। झरिया मास्टर प्लान के तहत हम लोगों को विस्थापित किया जाए।

    रंजीत पासवान ने कहा हम लोगों का नीचे धौड़ा के तरफ सर्वे नहीं हुआ है। आवास जर्जर होते जा रहा है। शिफ्ट होना चाहते है। लेकिन झरिया मास्टर प्लान के तहत शिफ्टिंग करवाया जाए।

    सोमू पासवान ने कहा विस्थापन नीति के तहत व्यवस्था के साथ शिफ्टिंग किया जाए। सुरक्षा व रोजगार की व्यवस्था के साथ हम लोगों को एक साथ एक जगह में बसाया जाए।