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    15 जनवरी को क्यों मनाया जाता सेना दिवस? आज दिल्ली में धनबाद की आवाज में गूंजेगी आर्मी की गाैरव गाथा

    By MritunjayEdited By:
    Updated: Sat, 15 Jan 2022 07:08 AM (IST)

    Army Day प्रत्येक साल 15 जनवरी को भारतीय थल सेना दिवस मनाया जाता है। इस माैके पर दिल्ली के करियप्पा परेड मैदान में विशेष परेड होती है। धनबाद निवासी एसएपी-2 बटालियन झारखंड के कमांडेंट सह बाल सुधार गृह के राज्य नोडल पदाधिकारी कर्नल जेके सिंह परेड में हिंदी कमेंट्री करेंगे।

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    15 जनवरी भारतीय थल सेना दिवस ( प्रतीकात्मक फोटो)।

    जागरण संवाददाता, धनबाद। भारत में हर साल 15 जनवरी को भारतीय थल सेना दिवस ( Army Day) मनाया जाता है। आज शनिवार 15 जनवरी, 2022 को 74वां सेना दिवस मनाया जा रहा है। इस माैके पर दिल्ली के करियाप्पा परेड मैदान में विशेष परेड का आयोजन होता है। इस दिन की शुरुआत इंडिया गेट पर बनी अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने से होती है। सेना के अत्याधुनिक हथियारों और टैंक-मिसाइल, जैसे साजो-सामान प्रदर्शित किए जाते हैं। सेना के सभी छह मुख्यालयों में परेड आयोजित होती है। सेना अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन करती है। इस बार का आयोजन धनबाद और झारखंड के नजरिए से बहुत खास है। धनबाद निवासी एसएपी-2 बटालियन झारखंड के कमांडेंट सह बाल सुधार गृह के राज्य नोडल पदाधिकारी कर्नल जेके सिंह परेड में हिंदी कमेंट्री करेंगे।

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    15 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता सेना दिवस

    भारत में हर साल 15 जनवरी को भारतीय थल सेना दिवस मनाया जाता है। साल 1942 में पहले भारतीय सैन्य अफसरों को एक यूनिट कमांड करने का मौका मिला था। जबकि 15 जनवरी 1949 को फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ने जनरल फ्रांसिस ब्रुचर से भारतीय सेना की कमान ली थी। फ्रांसिस ब्रुचर भारत के अंतिम ब्रिटिश कमांडर इन चीफ थे। केएम करियप्पा भारतीय सेना के पहले कमांडर इन चीफ बने थे। उसी समय से 15 जनवरी को सेना दिवस ( Army Day) मनाया जाता है।

    भारतीय सेना का जवाब नहीं

    भारतीय सेना को दुनिया की सबसे ताकतवर सेना में से एक माना जाता है। गोलाबारूद-हथियारों के मामले में भारतीय सेना दुनिया में चौथे स्थाना पर आती है। भारतीय सेना के पास सटीक अग्नि और पृथ्वी बैलिस्टिक मिसाइलें हैं, जो इसे ताकतवर बनाती है। पूरे विश्व में भारतीय सेना एक मात्र ऐसी सेना है जो सिर्फ अपने दुश्मनों के हमले का जवाब देती है। भारतीय सेना के नाम कभी भी किसी देश पर पहले हमला न करने या उसे कब्जा करने का कोई भी रिकॉर्ड नहीं है। भारतीय सेनासर्व-स्वयंसेवी बल है और इसमें देश के सक्रिय रक्षा कर्मियों का 80 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है। भारतीय सेना दुनिया की एकमात्र ऐसी सेना है, जिसके पास 12 लाख से ज्यादा सक्रिय सैनिक हैं।

    सेना दिवस परेड दिल्ली में गूंजेगी झारखंड पुलिस की आवाज

    74वां सेना दिवस मनाया जा रहा है। शनिवार को सुसज्जित परेड दिल्ली के करियप्पा परेड ग्राउंड में आयोजित होगी। इसमें थलसेना अध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवाने, परम विशिष्ट सेवा मेडल, एक्टिविस्ट सेवा मेडल, सेना मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल और एड डीसी कैंप यहां सलामी लेंगे। परेड के दौरान कुछ सैनिकों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। एसएपी-2 बटालियन झारखंड के कमांडेंट सह बाल सुधार गृह के राज्य नोडल पदाधिकारी कर्नल जेके सिंह इस परेड में हिंदी कमेंट्री करेंगे। यह पूरा कार्यक्रम सुबह साढ़े नौ बजे से दूरदर्शन पर लाइव दिखाया जाएगा। कर्नल जेके सिंह ने बताया कि इस अभूतपूर्व परेड की खासियत यह है कि स्वतंत्रता के पश्चात 40 के दशक की वर्दी, कंधे पर 303 राइफल, 1962 एवं 65 युद्ध की वर्दी व हथियार, 1971 की जीत का गवाह सेल्फ लोडिंग राइफल लिए सैनिक इस बार परेड में दिखेंगे।

    नई ड्रेस में होगी परेड

    पहली बार पैरा कमांडो डिजिटल पैटर्न की नई काम्बैट ड्रेस में परेड में दिखेंगे। परेड के आखिर में काम्बैट प्रदर्शन दिखेगा। इसमें 75 वर्षों की भारतीय सेना की गौरव यात्रा पर आधारित एक फिल्म 'भारतीय सेना भविष्य के लिए प्रयासरत' भी दिखाई जाएगी। इस फिल्म की पटकथा कर्नल जेके सिंह ने लिखी है। इसमें आवाज भी कर्नल की ही है। दूसरी आवाज सुप्रसिद्ध शम्मी नारंग की है। यह समस्त झारखंड के लिए गौरव की बात है कि झारखंड पुलिस की आवाज दिल्ली में गूंजेगी। कर्नल जेके सिंह धनबाद के झाड़ूडीह के रहने वाले हैं।