Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    धनबाद सीओ के कार्यालय नहीं आने से आवेदकों को हो रही परेशानी

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 07 Feb 2022 06:50 AM (IST)

    प्रमाण पत्रों को बनवाने धनबाद अंचल कार्यालय आनेवाले आवेदक इन दिनों काफी परेशान हैं। वजह है कोरोना की आड़ में अंचल अधिकारी सहित अन्य कर्मियों का अंचल का ...और पढ़ें

    Hero Image
    धनबाद सीओ के कार्यालय नहीं आने से आवेदकों को हो रही परेशानी

    जागरण संवाददाता, धनबाद : प्रमाण पत्रों को बनवाने धनबाद अंचल कार्यालय आनेवाले आवेदक इन दिनों काफी परेशान हैं। वजह है कोरोना की आड़ में अंचल अधिकारी सहित अन्य कर्मियों का अंचल कार्यालय से लगातार अनुपस्थित रहना। अंचल कार्यालय में यह स्थिति पिछले छह महीने से जारी है। अंचल अधिकारी प्रशांत लायक के कार्यालय में नहीं बैठने की शिकायत उपायुक्त सहित तमाम बड़े पदाधिकारियों से की जा चुकी है। बावजूद अंचल अधिकारी अपने कार्यालय में कभी कभार ही आते हैं। वह भी केवल एक डेढ़ घंटे के लिए। नतीजा दाखिल खारिज से लेकर आय प्रमाण पत्र और अन्य जरूरी कागजातों के लिए लोगों के आवेदनों का ढेर लगता जा रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    परेशान आवेदकों की भीड़ शुक्रवार और शनिवार को भी अंचल कार्यालय में देखी गई। मनईटांड़ से आए अविनाश कुमार ने बताया कि वह आय प्रमाण पत्र के लिए पिछले दिसंबर से ही अंचल कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। लेकिन अंचलाधिकारी के नहीं बैठने के कारण उनका प्रमाण पत्र आज तक नहीं बन पाया है।

    नवाडीह के रहनेवाले रविद्र प्रसाद कहते हैं कि वह पिछले छह महीने से अपनी जमीन का दाखिल खारिज कराने के लिए अंचल कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। लेकिन कर्मचारी आज साहब नहीं हैं, कह कर वापस लौटा दे रहे हैं। साहब कब तक बैठेंगे यह भी बताने के लिए अंचल कार्यालय में कोई तैयार नहीं है। वहीं कृष्णानगर की अनामिका कहती हैं कि अपना घर का सपना पूरा करने के लिए पति के सेवानिवृत्ति के मिले पैसों से जमीन का एक टुकड़ा करीब चार साल पहले खरीदा था। लेकिन आज तक दाखिल खारिज नहीं हो पाया। कभी कर्मचारी तो कभी साहब नहीं रहने के कारण घर का सपना लिए पति स्वर्गवासी हो गए। अब लगता है कि मैं भी इसी सपने के साथ ऊपर चली जाऊंगी।

    वहीं इस बारे में अंचल अधिकारी प्रशांत लायक का पक्ष जानने के सारे प्रयास बेकार गए। यहां तक की उनके सरकारी मोबाइल नंबर पर भी संपर्क करने का प्रयास भी सफल नहीं हो पाया।

    वर्जन

    यह गंभीर मामला है। इस मामले की अपर दंडाधिकारी विधि व्यवस्था डा. कुमार ताराचंद के साथ-साथ अनुमंडल पदाधिकारी प्रेम कुमार तिवारी से जांच कराई जाएगी।

    संदीप सिंह, उपायुक्त