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क्या निरसा की विधायक की हत्या की हो रही साजिश ! पहले ही एके-47 से मारे जा चुके हैं पति और देवर

झारखंड प्रदेश भाजपा की उपाध्यक्ष और निरसा की विधायक अपर्णा सेनगुप्ता निरसा-जामताड़ा रोड में हादसे की शिकार होते-होते बच गईं। उनका वाहन हाइवा की चपेट में बच गया। इसके बाद सेनगुप्ता सकते में हैं। बात ही ऐसी है। पहले ही सेनगुप्ता के पति सुशांत सेनगुप्ता की हत्या हो चुकी है।

By MritunjayEdited By: Published: Mon, 21 Feb 2022 01:07 PM (IST)Updated: Mon, 21 Feb 2022 01:07 PM (IST)
क्या निरसा की विधायक की हत्या की हो रही साजिश ! पहले ही एके-47 से मारे जा चुके हैं पति और देवर
निरसा की भाजपा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ( फाइल फोटो)।

संवाद सहयोगी, निरसा। निरसा की विधायक अपर्णा सेनगुप्ता रविवार की शाम बाल-बाल बच गईं। उनका वाहन जिसमें वह भी थीं, रविवार को मैथन पावर लिमिटेड (एमपीएल) में चलने वाले एक हाइवा की चपेट में आते-आते बचा। उनके बाडीगार्ड व स्थानीय लोगों ने हाइवा चालक को पकड़कर एमपीएल ओपी पुलिस के हवाले कर दिया।

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वहीं इस घटना से आक्रोशित भाजपा समर्थकों ने एमपीएल की कोयला व छाई ट्रांसपोर्टिंग ठप कर दी। जानकारी पाकर बीडीओ विकास कुमार राय व सीओ नितिन शिवम गुप्ता पुहंचे और अपर्णा से जानकारी ली। घटना के बाद से एमपीएल की कोयला व छाई ट्रांसपोर्टिंग ठप है।

विधायक ने बताया कि दोपहर करीब दो बजे अपनी स्कार्पियो से निरसा की ओर आ रही थीं। पांड्रा मोड़ के पास अचानक हाइवा (जेएच 10 एजेड- 0569) दाएं-बाएं करते हुए आगे बढऩे लगा। इस कारण उनका वाहन पलटने व हाइवा की चपेट में आने से बाल-बाल बचा। यह भी कहा कि निरसा-जामताड़ा रोड ग्रामीण पथ है। वह मांग करती आ रही हैं कि एमपीएल प्रबंधन अपने वाहनों के लिए अलग से रास्ता बनाए। फर्जी लाइसेंसधारी चालकों से हाइवा चलवाया जा रहा है। इस कारण आए दिन इस रास्ते में दुर्घटनां हो रही हैं।

विधायक ने यह भी कहा- मुझे संदेह है कि कहीं उक्त हाइवा के माध्यम से मेरी हत्या की साजिश तो विरोधियों ने नहीं की थी? पुलिस इसकी जांच करे। पूर्व में विरोधी मेरे पति व उनके सहयोगियों की हत्या कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व संबंधपुर मोड़ पर सड़क दुर्घटना में बाइक चालक की मौत के मामले में साजिश के तहत भाजपा के 10 लोगों को नामजद आरोपित बनाया गया है। सच्चाई यह है कि उस घटना में उन लोगों की कोई भूमिका नहीं थी। निर्दोष पर कार्रवाई होगी तो इसका विरोध किया जाएगा।

अपर्णा ने कहा कि उन्होंने डीटीओ से बात की है। उनसे मांग की है कि कैंप लगाकर एमपीएल में चलने वाले हाइवा व अन्य वाहनों के चालकों के लाइसेंस की जांच करें। डीटीओ ने आश्वासन दिया है कि इसी सप्ताह ऐसा किया जाएगा। पुलिस हिरासत में लिए गए हाइवा के चालक शासनबेडिय़ा निवासी रंजीत स्वर्णकार ने बताया कि वह हाइवा में जीपीआरएस सिस्टम अप्रूवल करवाकर लौट रहा था। उसके वाहन से विधायक की गाड़ी काफी पीछे थी। इसी कारण वह दाएं से बाएं गाड़ी लेकर जा रहा था। हाइवा से विधायक की गाड़ी को खरोंच भी नहीं आई है।

हाइवा को जब्त कर चालक को हिरासत में लेकर मामले की जांच की जा रही है। अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

वसीम अनवर खान, प्रभारी, एमपीएल ओपी


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