10 किमी साइकिल चलाकर रोजाना मैथन दौड़ का अभ्यास करने जाती अनिता दास
धर्मदेव चौधरी मैथन मैदान में लंबी दूरी की दौड़ में प्रतिद्वंद्वियों को पानी पिलाकर पदक पानेवाली
धर्मदेव चौधरी, मैथन :मैदान में लंबी दूरी की दौड़ में प्रतिद्वंद्वियों को पानी पिलाकर पदक पानेवाली पंचेत की रहने वाली धाविका अनिता दास रोजाना पतलाबाड़ी से 10 किमी साइकिल चलाकर मैथन में अभ्यास करती है। मैथन व पंचेत में पीटी उषा के नाम से विख्यात अनिता दास राष्ट्रीय से लेकर राज्य स्तर पर कई पदक पा चुकी है। इसी साल जनवरी में देवघर में हुए स्टेट लेवल प्रतियोगिता में यह 10 किलोमीटर दौड़ में दूसरा स्थान पाई थी। यह तीन बार राष्ट्रीय स्तर पर लंबी दूरी दौड़ में राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुकी है। जिला स्तर पर भी कई बार पदक पा चुकी है। हालांकि, राष्ट्रीय स्तर पर राज्य प्रतिनिधित्व करने के बावजूद सरकार से भरपूर सहयोग नहीं मिल पाया है। वह अपने ही खर्चे पर राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए राष्ट्रीय पर मथुरा, तेलंगाना व चंडीगढ़ में जाकर राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुकी है। अनिता दास बताती है कि वह बहुत ही गरीब परिवार से आती है। उसके पति राकेश यादव इतना नहीं कमा पाते कि अपने दिनचर्या को आराम से चला सके। खिलाड़ियों को जो पौष्टिक आहार मिलनी चाहिए उसकी मुकम्मल व्यवस्था नहीं है । सरकार उन्हें मदद करे तो वह राज्य का नाम रोशन करेगी। अनिता दास को मैथन आदर्श सेवा समिति सहित कई स्वयंसेवी संस्था द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। मैथन -पंचेत क्षेत्र की जानी-मानी धाविका के रूप में जानी जाती है।
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अनिता का जज्बा देख कोच प्रमोद कुमार भी हैरान
अनिता दास के कोच प्रमोद कुमार ने बताया कि मैथन डीवीसी प्लस टू हाई स्कूल मैदान में उनकी देखरेख में 45 एथलीट प्रशिक्षण पाते हैं। अनिता दास को मैराथन दौड़ का प्रशिक्षण दे रहा हूं। अनिता समेत 10 लड़कियों को नि:शुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं। अनिता राष्ट्रीय स्तर की धाविका है। लेकिन पारिवारिक कमजोरी और सरकार की उपेक्षा के कारण आगे का मुकाम नहीं पा रही हैं। फिर भी वह हौसला नहीं खोई है और हर मौसम में मैथन एथलेटिक का अभ्यास करने पहुंचती है और प्रशिक्षण लेती है। उसका जज्बा को देखकर मैं भी हैरान रहता हूं।
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