मनोरंजन, साहस, रोमांच एवं मस्ती के साथ मैथन में एडवेंचर का लुत्फ उठा रहे युवा, आप भी तुरंत पहुंचें
इन्हीं उद्देश्यों को लेकर झारखंड पर्यटन विभाग द्वारा इन दिनों मैथन डैम में 20 से 22 जून तक तीन दिवसीय एडवेंचर प्रोग्राम रखा गया है। इसमें विभिन्न प्रकार के खेलों के माध्यम से नौजवान अपनी कला और हुनर का प्रदर्शन कर रहे हैं।

मैथन [धर्मदेव चौधरी]: धनबाद जिला मुख्यालय से 42 किलोमीटर दूर सुंदर पहाड़ियों के बीच प्रकृति की गोद में स्थित लगभग 65 वर्ग किलोमीटर में फैले मैथन डैम में खेल और पर्यटन के साथ-साथ रोमांच और एडवेंचर के लिए अपार संभावनाएं हैं।
यहां खिलाड़ी एवं सैलानी डैम के कल-कल करते निर्मल जल में बोटिंग के साथ-साथ आर्टिफिशियल रॉक चढ़ाई, स्पीड बोट, मोटर बोट, बनाना बोट, स्लाइडिंग बोर्ड सहित विभिन्न प्रकार के एडवेंचर कार्यक्रम में शामिल होकर जिंदगी का खुलकर मजा ले सकते हैं। इन्हीं उद्देश्यों को लेकर झारखंड पर्यटन विभाग द्वारा इन दिनों मैथन डैम में 20 से 22 जून तक तीन दिवसीय एडवेंचर प्रोग्राम रखा गया है। इसमें विभिन्न प्रकार के खेलों के माध्यम से नौजवान अपनी कला और हुनर का प्रदर्शन कर रहे हैं।
एडवेंचर कार्यक्रम में शामिल नीतीश कुमार ने बताया कि यहां आकर उन्हें नई चीजें देखने को मिल रही हैं। नई स्फूर्ति के साथ रोमांच का भी अनुभव हो रहा है। कौशिक सुमन ने कहा कि डैम में खेल और एडवेंचर की अपार संभावनाएं हैं। नियमित व्यवस्था हो तो स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
गोविंद मिश्रा ने कहा कि डैम में स्पीड बोट एवं मोटर बोट में सवार होकर काफी रोमांच का अनुभव हो रहा है। वहीं आयोजक गुरप्रीत सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की योजना है कि एडवेंचर के माध्यम से युवाओं में पर्यटन एवं खेल के प्रति जागरूकता बड़े और इसके लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसी उद्देश्य को लेकर राज्य में छह जगहों पर एडवेंचर कार्यक्रम रखा गया है।
झारखंड-बंगाल की सीमा पर स्थित है मैथन डैम
मैथन डैम झारखंड और पश्चिम बंगाल की सीमा पर स्थित है। धनबाद जिला मुख्यालय से इसकी दूरी 42 किलोमीटर तो बंगाल के आसनसोल से यह महज 32 किलोमीटर दूर है। इस डैम के बांध की लंबाई 15712 फीट और ऊंचाई 165 फीट है। वहीं चौड़ाई 35 फीट है। डैम का कुल क्षेत्रफल 65 वर्ग किलोमीटर है, जो सुंदर पहाड़ियों एवं प्राकृतिक बनावट के बीच बसा हुआ है। यहां नवंबर से लेकर फरवरी तक पर्यटकों का हुजूम उमड़ता है।
पिकनिक के साथ उठा सकते नौकायन का लुत्फ
अगर आप मैथन डैम आएं तो यहां पिकनिक मनाने के साथ-साथ डैम के दोनों तरफ लगे नौकायन का लुत्फ भी उठा सकते हैं। सुंदर पहाड़ियों एवं डैम के साथ-साथ मां कल्याणेश्वरी का मंदिर भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है।
डैम के पानी से होता 60 मेगावाट बिजली का उत्पादन
मैथन डैम में स्थापित पावर प्लांट से 60 मेगावाट बिजली उत्पादन होता है। दूसरी ओर बराकर नदी पर बने इस डैम की वजह से पश्चिम बंगाल एवं झारखंड, दोनों ही जगहों पर खेतों की सिंचाई एवं पीने के लिए भरपूर मात्रा में पानी मिल पाता है। इस वजह से यह डैम इस क्षेत्र में खुशहाली का पर्याय है।
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