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    वासेपुर के अवैध कब्जा धारियों पर चला रेलवे का बुलडोजर, कुरैशी मोहल्ला से आरा मोड़ तक तोड़े जा रहे पक्के मकान

    By Atul SinghEdited By:
    Updated: Mon, 03 Jan 2022 12:59 PM (IST)

    वासेपुर में रेलवे लाइन के दोनों किनारे अवैध कब्जा कर पक्के निर्माण कर रहने वाले कब्जा धारियों के खिलाफ सोमवार से रेलवे की कार्यवाही शुरू हो गई। आरपीएफ की तैनाती के बीच वासेपुर के कुरेशी मोहल्ले में रेलवे लाइन के किनारे बने पक्के मकानों को ध्वस्त किया जा रहा है।

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    रेलवे लाइन के किनारे बने पक्के मकानों को ध्वस्त किया जा रहा है। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

    जागरण संवाददाता, वासेपुर (धनबाद): वासेपुर में रेलवे लाइन के दोनों किनारे अवैध कब्जा कर पक्के निर्माण कर रहने वाले कब्जा धारियों के खिलाफ सोमवार से रेलवे की कार्यवाही शुरू हो गई। बड़ी संख्या में आरपीएफ की तैनाती के बीच वासेपुर के कुरेशी मोहल्ले में रेलवे लाइन के किनारे बने पक्के मकानों को ध्वस्त किया जा रहा है। रेलवे की कार्रवाई पर पूरे वासेपुर में अफरा तफरी मच गई है। सैकड़ों की संख्या में आसपास के लोग पहुंच गए हैं। हालांकि आरपीएफ की घेराबंदी के कारण अब तक विरोध नहीं शुरू हुआ है।

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    हावड़ा नई दिल्ली रेल मार्ग पर 2024 तक 160 की रफ्तार से राजधानी और दुरंतो जैसी ट्रेनें चलाई जाएंगी। ट्रेनों की रफ्तार बढ़ने से हावड़ा से नई दिल्ली का तकरीबन 17 घंटे का सफर 12 घंटे में ही पूरा हो जाएगा। ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के साथ ही रेलवे ट्रैक को भी सुरक्षित करना जरूरी है। इसके मद्देनजर धनबाद रेल मंडल प्रधानखंता से बंधुआ तक रेलवे लाइन के दोनों किनारे 200 किलोमीटर लंबी दीवार खड़ी कर रहा है। कई जगहों पर दीवार निर्माण का काम भी शुरू हो चुका है। रेलवे के प्रोजेक्ट के दायरे में धनबाद शहर के रांगाटांड

    से वासेपुर और भूली तक का क्षेत्र भी है। इस हिस्से में रेलवे लाइन के दोनों किनारे झुग्गी झोपड़ियों के साथ-साथ बड़े पैमाने पर पक्के मकान दुकान और इमारतें खड़ी हो गई हैं। 15 दिन पहले रेलवे ने ट्रैक के दोनों किनारे की माफी कराई थी। इस दौरान तकरीबन 75 लोग ऐसे पाए गए थे जिन्होंने रेलवे की जमीन पर निर्माण कर लिया था। रेलवे ने उन्हें नोटिस भेजकर जमीन खाली करने का अल्टीमेटम दिया। बाद में मुनादी भी शुरू की गई। इसके बावजूद लोगों ने रेलवे की जमीन खाली नहीं की। इस बीच मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप भी शुरू हो गया। धनबाद के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक ने डीआरएम आशीष बंसल से मिलकर कार्यवाही रोकने की मांग की। राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण कुछ दिनों के लिए मामला शांत हो गया। अब सोमवार को एकाएक रेलवे के आदेश पर आरपीएफ इंस्पेक्टर समेत बड़ी संख्या में जवान वासेपुर पहुंचे और रेलवे की जमीन पर बने मकानों को हटाने की कार्यवाही शुरू कराई कई। पक्के मकान बुलडोजर से ध्वस्त किए गए। अभी पूरे दिन कार्रवाई जारी रहेगी।