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    जिंक कारखाना टुंडू में मचा बवाल

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    Updated: Sun, 02 Jun 2013 02:57 PM (IST)

    नावागढ, कतरास कार्यालय : लंबे समय से बंद जिंक कारखाना टुंडू में शनिवार को स्क्रैप कटिंग को लेकर भारी बवाल मचा। झाविमो समर्थक जिंक कर्मियों के कड़े विरोध के कारण ठेका कर्मियों को कारखाना से भागना पड़ा। कारखाना के सुरक्षा प्रहरियों व मोर्चा समर्थकों के बीच तीखी-नोक झोंक के साथ धक्का-मुक्की हुई, जिसमें आंदोलनकारियों का नेतृत्व कर रहे मोर्चा के नेता गौरचंद बाउरी को चोट आई। घटना के विरोध एवं मांगों के समर्थन में मोर्चा समर्थक कारखाना गेट के सामने धरना पर बैठ गए। बरोरा, कतरास व बाघमारा थाना की पुलिस बल ने मौके पर पहुंच स्थिति को संभाला। मोर्चा के प्रतिनिधियों के साथ सुरक्षा अधिकारी की हुई वार्ता के बाद आंदोलन समाप्त हो गया।

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    प्राप्त समाचार के अनुसार जिंक कारखाना के स्क्रैप की नीलामी हुई है, जिसके तहत स्क्रैप काटने के लिए एक दर्जन से अधिक मजदूर कारखाना में प्रवेश किए। इसकी सूचना मिलते ही भारी संख्या में जिंक कर्मी झाविमो के बैनर तले मेन गेट पर पहुंच गए। वे स्क्रैप काट रहे मजदूरों को बाहर निकाले जाने को लेकर हंगामा करने लगे। इस दौरान गेट पर तैनात सुरक्षा प्रहरी के साथ उनकी धक्का-मुक्की हुई, जिसमें गौरचंद बाउरी जख्मी हो गए। इस घटना के बाद आंदोलनकारी उग्र हो गए और मेन गेट से कूद कर फैक्ट्री के अंदर प्रवेश कर गए। आंदोलनकारियों कीउग्रता को देखकर सुरक्षा प्रहरियों ने अपने हाथ खड़े कर दिए। स्क्रैप काटने आए मजदूर वहां से भागे। इधर आंदोलनकारी सुरक्षा गार्ड की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कारखाना के मेन गेट पर धरना पर बैठ गए। सुरक्षा अधिकारी अंबिका यादव के माफी मांगने पर आंदोलन समाप्त हुआ। खबर पाकर कतरास इंस्पेक्टर भगवान दास, बाघमारा थाना प्रभारी नवल किशोर सिंह, कतरास थाना प्रभारी मनोज गुप्ता आदि पहुंचे थे।

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    ये हैं मांगे -

    जिंक कर्मियों का कहना है कि सोलह माह का बोनस, सेवानिवृत सुविधा, आवास भत्ता सहित अन्य पैसे लगभग डेढ़ करोड़ रुपया प्रबंधन के पास बकाया है। बकाए का भुगतान किए बगैर कारखाना की संपत्तिको यहां से ले जाना न्याय संगत नहीं है। कर्मियों ने कहा कि 11 जुलाई 2011 को 150 जिंक कर्मी वीआरएस के तहत सेवानिवृत हुए थे। कारखाना को प्रबंधन ने चालू नहीं किया। आंदोलन में दिनेश महतो, महानंद तिवारी, गौतम मंडल, कैलाशपति दास, सुशील मिस्त्री, गोपाल बाउरी, धीरेन उरांव सहित दर्जनों लोग शामिल थे।

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