कामधेनु यज्ञ के साथ कतरास गोशाला में शताब्दी महोत्सव शुरू
संवाद सहयोगी कतरास श्री गंगा गोशाला कतरास के लिए सोमवार का दिन बेहद खास रहा। यह दिन धनबाद
संवाद सहयोगी, कतरास : श्री गंगा गोशाला कतरास के लिए सोमवार का दिन बेहद खास रहा। यह दिन धनबाद कोयलांचल तथा इसके आसपास बसे लाखों गोभक्तों के लिए भी महत्वपूर्ण रहा क्योंकि गोसेवा के सौ साल पूरे होने के वह साक्षी बने। इस गौरवशाली अवसर को गोशाला प्रबंध समिति ने भी अविस्मरणीय बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ी है। गोसेवा के 100 साल पूरे होने पर 11 दिवसीय शताब्दी महोत्सव की योजना बनाई। सोमवार को गोपूजन, मूर्तिपूजन तथा कामधेनु यज्ञ के साथ महोत्सव का आगाज हुआ। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शुरू हुए इस अनुष्ठान से माहौल आध्यात्मिक हो गया। ध्वजारोहण के बाद धर्मपत्नी वीणा देवी के साथ मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने गोपूजन किया। इसके साथ गोशाला समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र अग्रवाल, स्नेहा अग्रवाल, बियाडा के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार झा, डॉ. शिवानी झा, सचिव महेश अग्रवाल, नीतू अग्रवाल, उद्योगपति मनोज अग्रवाल सहित सैकड़ों लोगों ने गोपूजन किया। इसके पूर्व विजय कुमार झा ने मूर्तिघर का उद्घाटन किया। कामधेनु यज्ञ में विद्वान पंडितों की टोली ने मंत्रोच्चार के बीच दर्जनों यजमान सपत्नी हवन में शामिल हुए। यज्ञ के माध्यम से प्राणियों में सद्भावना की कामना की गई। गोशाला में गोवंश को सजाया गया था। गोशाला के संस्थापक कतरास राजा स्व. गंगा नारायण सिंह की प्रतिमा पर डॉ. वीएन चौधरी ने माल्यार्पण कर सम्मान दिया। गोशाला की स्थापना व दान स्वरूप जमीन देने के लिए कमेटी के लोगों ने राजपरिवार के प्रति आभार व्यक्त किया।
मेला संयोजक दीपक अग्रवाल, सह संयोजक राजेश केडिया, श्याम सुंदर खंडेलवाल, ओम प्रकाश हेलिवाल, श्रवण खेतान, महेश बैजानिया, डीएन चौधरी, विजय तुलस्यान, सुनील चौधरी, अनिल बंसल, घनश्याम नारनोली, कमलेश सिंह, कृष्ण कन्हैया राय, पंकज सिन्हा, राजेश स्वर्णकार, राकेश रंजन, विष्णु चौरसिया, अजय हेलिवाल, संजय खंडेलवाल, सुनील शर्मा, रजनी शर्मा, शशीकांत अग्रवाल, मनोज गुप्ता, संजय खंडेलवाल, विकास बैजानिया, राजेश चौथानी, विनय गुप्ता, गोविद हेलिवाल, अशोक सिघल, शुभम अग्रवाल सहित कई ने इस महोत्सव में भागीदारी निभाई।
पांच अक्टूबर को शोभायात्रा, भागवत कथा, छह अक्टूबर को वृंदावन की मंडली द्वारा रासलीला, 10 नवंबर को वृर्षोत्सव, 12 नवंबर को श्याम भजन, 13 नवंबर को मंगल पाठ, 14 नवंबर को शताब्दी अधिवेशन, शाम में कवि सम्मेलन होगा।