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    कलाकृति की खूबियों को बखूबी समझिए

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 09 Aug 2021 12:51 AM (IST)

    जागरण संवाददाता देवघर कला और कलाकार दोनों ऐसा नाम है जिसे किसी परिचय की जरूरत नह

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    कलाकृति की खूबियों को बखूबी समझिए

    जागरण संवाददाता, देवघर: कला और कलाकार दोनों ऐसा नाम है जिसे किसी परिचय की जरूरत नहीं होती। आप कला के कद्रदान हैं तो उसकी खूबियों को बखूबी समझ जाएंगे। उसमें रुचि और अभिरुचि नहीं है तो देखकर भी कुछ नहीं समझ पाएंगे। संगीतकार अपने कंपोजेशिन में जादू डालता है। लेखक कहानी में समाज की पीड़ा को दर्शाता है। उसी तरह एक चित्रकार अपनी कला को अपने जीने का जरिया बनाता है। कभी वह कल्पनाओं में जीकर उसे पेंटिग से जीवंत बनाता है तो कभी उस पर शोध करने की सोचता है।

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    मंगलवार तक कला दीर्घा में देवघर के कलाकारों को अपनी कला प्रदर्शित करने का अवसर मिला है। प्रतिदिन इस कड़ी में दो कलाकारों की कृति से अवगत करा रहे हैं। इस कड़ी के दो मशहूर कलाकार हैं, जिनको दूसरे प्रांत व राष्ट्र में भी अवसर मिला है। एक नाम पिनाकी चक्रवर्ती और दूसरा नाम सुनील अग्रवाल है। जितने खामोश में यह रहते हैं उतनी ही इनकी पेंटिग बोलती है।

    वाटर कलर पर समुद्र की लहरों का उफान : विलासी स्थित विनायक कला दीर्घा में लगी प्रदर्शनी में दो खूबसूरत पेंटिग लगी है। यह वाटर कलर पर है जिसे पिनाकी चक्रवर्ती ने बनाया है। समुद्र की लहरों का उफान और उस उफान में पानी की बूंदों का चित्रण कमाल का है। पेंटिग को देखने के बाद कुछ पल के लिए उसमें खो जाएंगे। पेंटिग में चिड़ियां की चह चहाहट नहीं सुनाई देगी, उसे महसूस करना होगा। पिनकी चक्रवर्ती की कला प्रदर्शनी कोलकाता के बिरला अकादमी आफ आर्ट एंड कल्चर, जीसी लाहा आर्ट गैलेरी में लगी है। 1986 से अंग कोण आर्ट स्कूल का भी संचालन कर रहे हैं।

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    जिदगी का खूबसूरत वर्णन

    सुनील अग्रवाल ने कम समय में ज्यादा उपलब्धि हासिल किया है। इसके पीछे उनकी लगन और मेहनत है। कई अवार्ड अपने नाम कर चुके सुनील की पेपर पर एक्रेलिक से की गयी पेंटिग बोल रही है। पेंटिग का शीर्षक लाइफ है और उसमें जिदगी के झंझावत को दर्शाया गया है। जीवन को समझने की उम्र पर आ चुके लोगों को इसे गौर से देखना चाहिए और उसे समझने की कोशिश करनी चाहिए। उनके अब तक जो अवार्ड मिले हैं उसमें 2015-16 में आर्ट कल्चर स्पो‌र्ट्स एंड यूथ अफेयर्स डिपार्टमेंट झारखंड सरकार द्वारा सांस्कृतिक सम्मान (चित्रकार) मिला है। कला सांस्कृतिक विकास परिषद देवघर की ओर से 2017 में देवघर कला गौरव (चित्रकला), 2016 में बिहार प्रांतीय मारवाड़ी युवा मंच द्वारा सांस्कृतिक सेवा सम्मान। अंकन अवार्ड 1999 बंगिया संगीत परिषद हावड़ा और ऑनर्स 2017 - इन द फील्ड ऑफ फाइन आ‌र्ट्स कार्निक की ओर से मिला है। यूएस में 2010 में बरसाना धाम मेला में आयोजित इंडियन मेला 79 वां अखिल भारतीय वार्षिक कला प्रदर्शनी 2007 , आल इंडिया फाइन आर्टस एंड क्राफ्ट सोसायटी दिल्ली में कला को प्रदर्शित करने का अवसर मिला है।

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