यज्ञशाला की आहूति से प्रस्फुटित हो रही धर्म की अविरल धारा
चितरा स्थानीय बजरंगबली मंदिर प्रांगण में पांच दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया

चितरा : स्थानीय बजरंगबली मंदिर प्रांगण में पांच दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया है। कुंड में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन सामग्रियों की आहूति व कथा वाचन से भक्ति की अविरल धारा बह रही है।
यज्ञाचार्य पंडित गंगाधर पांडेय के दिशा-निर्देश में पुजारी भुवनेश्वर पांडेय, धीरेंद्र पांडेय, भूषण पांडेय, विजय पांडेय, सागर पांडेय, प्रदुम्न पांडेय, मुन्ना पांडेय संतोष पांडेय, ब्रह्मा पांडेय आदि यज्ञ पुरोहित विधि विधान के साथ तील, जौ मधु, घी चंदन समेत कई किस्म की लकड़ियां के साथ सस्वर वैदिक मंत्रोच्चारण कर हवन कुंड में आहूति दे रहे हैं। कुंड के सुगंधित धुएं से आसपास का वातावरण शुद्ध होने लगा है। श्रद्धालु प्रतिदिन हवन कुंड की परिक्रमा कर भगवान से मन्नत मांगकर अपने स्वजनों के स्वस्थ जीवन की कामना कर रहे हैं। इससे आसपास का वातावरण भक्तिमय हो गया है।
भागवत कथा कल्पतरू के समान : यज्ञाचार्य
यज्ञाचार्य गंगाधर पांडेय ने गुरुवार की देर शाम श्रीमद् भागवत कथा वाचन के दौरान कहा कि यह कथा कल्पतरु के समान है। इसके अनुश्रवण से असीम फल की प्राप्ति होती है। श्रद्धालु का सर्व शक्तिमान ईश्वर के प्रति दृढ़ आस्था विश्वास की भावना बढ़ती जाती है। भगवान से अटूट संबंध बन जाने के कारण भक्तों की समस्या खुद-ब-खुद सुलझने लगती है। समाज में भाईचारा का भावना बढ़ता है। यह कथा कल्पतरु के समान है। जो जिस भावना से इस कथा का अनुसरण करते हैं। वैसा ही मनोवांछित फल प्राप्त होता है। मौके पर सुरेंद्र कुमार सिंह, मटुक लाल यादव, सुरेश कुमार यादव, त्रिलोचन राय, मनोरथ यादव, किसुन ठाकुर, देवकुमार सिंह आदि मौजूद थे।
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