मधुपुर महाविद्यालय को मिले 10 अस्थायी शिक्षक
मधुपुर (देवघर): उच्च तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग झारखंड सरकार के दिशा-निर्दे
मधुपुर (देवघर): उच्च तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग झारखंड सरकार के दिशा-निर्देश पर सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय की ओर से मधुपुर महाविद्यालय में शिक्षकों के रिक्त पड़े पदों पर संविदा के आधार शिक्षकों की बहाली अस्थाई रूप से कर दी गई है। अभी 10 शिक्षकों को महाविद्यालय में प्रतिनियुक्त किया गया है। संविदा पर बहाल किए गए इन शिक्षकों की नियुक्ति अगले 11 महीने अथवा झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा स्थाई रूप से शिक्षक नियुक्ति किए जाने तक के लिए की गई है। इन शिक्षकों को वर्ग आधारित भुगतान किया जाएगा।
एक वर्ग का उन्हें 600 तथा अधिकतम 36 हजार रुपए प्रतिमाह का भुगतान होगा। शर्तों के मुताबिक किसी भी शिक्षक की संविदा की सेवा किसी भी क्षण बिना किसी पूर्व सूचना के विश्वविद्यालय समाप्त कर सकता है।
महाविद्यालय में ¨हदी विषय में सूर्यनाथ ¨सह एवं डॉ आलम शेख, इतिहास में अश्विनी कुमार, अंग्रेजी में शालिनी कुमारी की, उर्दू विषय में मोहम्मद नूर नबी अंसारी ,संस्कृत में कुमार नृपेंद्र पाठक ,वाणिज्य विषय में विकास कुमार मालवीय एवं सुमिरन कुमार रजक तथा बंगला विषय में संजीवन मंडल को प्रतिनियुक्त किया गया है।
महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य पशुपति नाथ राय एवं सभी शिक्षकों ने महाविद्यालय में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति किए जाने पर कुलपति मनोरंजन कुमार सिन्हा के प्रति आभार व्यक्त किया है। कहा कि विज्ञान संकाय में शिक्षकों की कमी को देखते हुए कुलपति ने जल्द ही शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने मधुपुर कि बांग्ला भाषा छात्र छात्राओं से अपील करते हुए कहा कि अब वह अपना नामांकन बांग्ला विषय में भी करा सकते हैं।
मालूम हो कि पिछले 31 जुलाई को मधुपुर महाविद्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए कुलपति ने कहा था कि अगर जेपीएससी द्वारा चयनित शिक्षकों की नियुक्ति महाविद्यालयों में नहीं होती है तो वैसी स्थिति में 2 माह के अंदर अनुबंध के आधार पर शिक्षकों की बहाली की जाएगी।