नए साल में झारखंड को मिलेगा रेल मंत्री का तोहफा, देवघर-गोड्डा रेल लाइन की होगी शुरुआत; संताल परगना के लोगों की चमकेगी किस्मत
चितरा से बासुकीनाथ और जामताड़ा रेलखंड तक नई लाइन बिछेगी। तीन चरण में पूरा होने वाले इस परियोजना का भी शिलान्यास होगा। निशिकांत दुबे ने कहा कि पीएम मोदी के कारण गोड्डा आदर्श लोकसभा बन रहा। लोगों ने नहीं सोचा था कि गोड्डा से देवघर और हावड़ा-दिल्ली रेलखंड से सीधे जुड़ जाएंगे। अब वह घड़ी आ गई। गोड्डा से देवघर रेल लाइन पर गाड़ियों का परिचालन जनवरी में शुरू होगा।
आरसी सिन्हा, देवघर। अयोध्या और गोड्डा में साथ-साथ आध्यात्म और विकास का शंखनाद होगा। मोदी शासनकाल में भारत वैभवता की राह पर नित्य बढ़ रहा है। जनवरी का महीना स्वर्णिम काल होगा। इतिहास के पन्नों में आध्यात्मिक पल अयोध्या। विकास और विश्वास का पल देवघर से गोड्डा रेलखंड पर ट्रेन सेवा का परिचालन।
संयोग है कि यह एक ही कालखंड में हो रहा है। भारत जब आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। तब संताल परगना का पिछड़ा इलाका रेल के माध्यम से राष्ट्रीय पटल पर आया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव इस सेवा को शुरू करेंगे। दूसरा इतिहास यह भी होगा जब देवघर के चितरा से बासुकीनाथ और फिर जामताड़ा रेलखंड तक नई लाइन बिछेगी।
तीन चरण में पूरा होने वाले इस परियोजना का भी शिलान्यास होगा। सांसद निशिकांत दुबे हमेशा कहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के कारण गोड्डा आदर्श लोकसभा बन रहा है।
देवघर से गोड्डा रेल लाइन की होगी शुरुआत
संताल परगना आजादी के बाद से पिछड़ा था और इसके विकास की ठोस परिकल्पना भी कभी नहीं की गई थी। केवल कहा जाता रहा, हुआ कुछ नहीं। 2009 के बाद गोड्डा संसदीय क्षेत्र में विकास की सुगबुगाहट आई। 2014 के बाद विकास की राह पर चलना शुरू किया और 2019 के बाद से तो रेल, सड़क और वायु सेवा की सौगात ने संताल को गति दे दिया।
क्षेत्र के लोगों ने कभी नहीं सोचा था कि गोड्डा से देवघर और फिर हावड़ा-दिल्ली रेलखंड से सीधे जुड़ जाएंगे। अब वह घड़ी आ गई। गोड्डा से देवघर सीधी रेल लाइन पर गाड़ियों का परिचालन जनवरी में शुरू होगा। मोहनपुर से हंसडीहा रेल लाइन का काम पूरा हो गया। इसका उदघाटन रेलमंत्री करेंगे। उसके बाद गोड्डा रेल की पटरी पर इतिहास लिख देगा।
संताल परगना को जोड़ने में रेल लाइन मील का पत्थर
सड़क की तरह रेल का जाल इस पिछड़े इलाके में बिछा दिया गया है। बासुकीनाथ से ट्रेन खुलकर चितरा आएगी और चितरा से जोड़ामो होते हुए जामताड़ा को जोड़ देगी। यह रेल शुद्ध ग्रामीण इलाकों से होकर गुजरेगी। संताल परगना को जोड़ने में यह मील का पत्थर साबित होगा। उसी तरह गोड्डा-पीरपैंती रेल लाइन है।
इसमें बटेश्वर तक जब यह बनेगा तो गंगा को पार कर जाना आसान हो जाएगा। तो कल तक टापू की तरह गांव कस्बा का इलाका सीधे मुख्यधारा में आ जाएगा। देवघर और मधुपुर में रेलवे बायपास देकर भी एक नया प्रयोग रेलवे ने गोड्डा संसदीय क्षेत्र में किया है।
बासुकीनाथ-चितरा रेल परियोजना पर 281 करोड़ होंगे खर्च
रेलवे ने बासुकीनाथ-चितरा रेल परियोजना का काम 20 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। 281 करोड़ रुपये इस पर खर्च होना है। तीन में अलग अलग निविदा निकाली जाएगी। इसमें रेल ट्रैक, पुल-पुलिया, भवन, आरओबी, एप्रोच रोड, स्टेशन का कार्य के साथ-साथ रेलवे लाइन का विद्युतीकरण भी होना है। अभी पहले चरण की निविदा निकाली गयी है।
21 फरवरी 2024 तक निविदा की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। पहले चरण में बासुकीनाथ से पुसला गांव तक 13 किलोमीटर का काम होगा। दूसरे चरण में बासुकीनाथ चितरा रेल लाइन का विस्तार होगा। इसमें जसीडीह रेलखंड पर जोड़ामो स्टेशन तक होगा। इस परियोजना के पूरा होने पर बासुकीनाथ, सारठ, सोनारायठाढ़ी, पालोजोरी, और जामताड़ा के लाखों लोगों को फायदा होगा। उनका सफर सुलभ और सस्ता हो जाएगा।
नया साल में प्रभु श्रीराम घर आ रहे हैं। यह खास मौका है, जब गोड्डा में भी एतिहासिक विकास हो रहा है। यह सब प्रधानमंत्री मोदी के चलते हो रहा है। नया साल में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से देवघर-गोड्डा में रेलवे के कई प्रोजेक्ट के शिलान्यास एवं उदघाटन का आग्रह किया है। उन्होंने उनका न्योता स्वीकार कर लिया है। मोहनपुर-जसीडीह रेल लाइन पर रेल सेवा का उदघाटन करेंगे। बासुकीनाथ-चितरा और गोड्डा-पीरपैंती रेल लाइन के पहले फेज के साथ-साथ मधुपुर बायपास का शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री और रेल मंत्री को इस विशेष तोहफा के लिए आभार।- निशिकांत दुबे, सांसद।
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