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    परमाणु ऊर्जा की ओर झारखंड, देवघर में न्यूक्लियर पावर प्लांट लगाने में NTPC ने जताई रुचि

    By Mritunjay PathakEdited By: Mritunjay Pathak
    Updated: Mon, 22 Dec 2025 11:38 PM (IST)

    Nuclear Energy: झारखंड परमाणु ऊर्जा की ओर बढ़ रहा है, क्योंकि एनटीपीसी ने देवघर में एक न्यूक्लियर पावर प्लांट स्थापित करने में रुचि दिखाई है। इस पहल स ...और पढ़ें

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    देवघर के पुनासी में स्थापित होगा न्यूक्लियर पावर प्लांट। (सांकेतिक फोटो)

    डिजिटल डेस्क, देवघर। Atomic Energy: झारखंड का पहला न्यूक्लियर पावर प्लांट देवघर के पुनासी में स्थापित हो सकता है। यहां भारत सरकार को लोक उपक्रम एनटीपीसी (NTPC) न्यूक्लियर पावर प्लांट स्थापित करना चाहता है। इसकी जानकारी गोड्डा के सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने पोस्ट के माध्यम से दी है।

    गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के देवघर और पुनासी में भारत सरकार का उपक्रम एनटीपीसी 1400 मेगावाट क्षमता का न्यूक्लियर पावर प्लांट लगाने की योजना बना रहा है। डॉ. दुबे ने बताया कि यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत @2047 मिशन के तहत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

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    उनका कहना है कि न्यूक्लियर पावर प्लांट न केवल क्षेत्र में ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाएगा, बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास में भी योगदान देगा। उन्होंने यह भी बताया कि न्यूक्लियर ऊर्जा उत्पादन में भारत दुनिया के अग्रणी देशों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहा है, जैसा कि अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय देशों में बिजली की आपूर्ति के लिए न्यूक्लियर पावर का उपयोग किया जाता है।

    वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि 1400 मेगावाट क्षमता का न्यूक्लियर पावर प्लांट क्षेत्रीय और राष्ट्रीय ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में अहम साबित होगा। यह परियोजना भारत को स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।

    झारखंड में अभी तक कोई न्यूक्लियर पावर प्लांट चालू नहीं

    झारखंड में फिलहाल कोई भी ऑपरेशनल (चल रहा) न्यूक्लियर पावर प्लांट मौजूद नहीं है। भारत के परमाणु ऊर्जा ढांचे में कई न्यूक्लियर पावर प्लांट कार्यरत हैं, लेकिन वे मुख्य रूप से महाराष्ट्र, तमिलनाडु, राजस्थान, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में स्थित हैं।

    परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (AERB) के अनुसार देश में वर्तमान में करीब 22 न्यूक्लियर रिएक्टर संचालित हैं, जिनकी कुल उत्पादन क्षमता लगभग 6,780 मेगावाट है। हालांकि केंद्र सरकार और ऊर्जा क्षेत्र के विशेषज्ञ भविष्य में देश के विभिन्न हिस्सों में परमाणु ऊर्जा परियोजनाओं के विस्तार पर विचार कर रहे हैं, लेकिन अब तक झारखंड को औपचारिक रूप से कोई न्यूक्लियर पावर प्लांट नहीं मिला है।

    उल्लेखनीय है कि झारखंड में जादुगुड़ा जैसी यूरेनियम खदानें मौजूद हैं, जो परमाणु ऊर्जा उत्पादन के लिए कच्चे माल का महत्वपूर्ण स्रोत हैं, लेकिन अब तक राज्य में बिजली उत्पादन के लिए कोई परमाणु संयंत्र स्थापित नहीं किया गया है।