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    बंजर जमीन पर किसान की लहलहाई मेहनत! होने लगी बंपर कमाई, सरकारी की इस योजना ने बदली किस्मत

    Updated: Fri, 19 Jul 2024 03:31 PM (IST)

    Farmers News आज पर्यावरण सुरक्षा हम सबकी जिम्मेदारी है। इसे सुरक्षित नहीं किए तो निकटतम भविष्य में भारी परेशानी होगी। पेड़-पौधे बचाने के लिए पेड़-पौधे ही लगाने होंगे। इस दिशा में देवघर के कुछ किसान आगे बढ़ें हैं और बंजर पड़ी जमीन पर पेड़-पौधे लगा डाले। दो एकड़ की जमीन पर दो सौ से ज्यादा पेड़ लगाकर इलाके में हरियाली ला दी है।

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    रानीडीह में दो एकड़ जमीन पर लगा आम का पेड़। जागरण

    मनोज सिंह, करौं (देवघर)। मौजूदा समय में पर्यावरण सुरक्षा सबसे जरूरी है। पर्यावरण के बचाव को लेकर लोग जागरूक नहीं हुए तो वह दिन दूर नहीं, जब लोग पानी के साथ ऑक्सीजन की कमी से जूझेंगे।

    ऐसे में करौं प्रखंड स्थित रानीडीह के किसान इंदु सिंह, रामनाथ सिंह एवं उत्तम सिंह दो एकड़ बंजर जमीन पर 224 पेड़ आम और 50 पेड़ सागवान, शीशम, मोहबनी जैसे पौधे लगा हरियाली ला दी।

    आज बेजान जमीन पर इन लोगों की मेहनत और हौसलों की हरियाली लहलहा रही है। इसे देख हर व्यक्ति को उनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है। पहले यहां की जमीन कभी उजाड़ थी। बलुई जमीन होने के कारण इसमें कोई फसल नहीं होती थी।

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    बागवानी योजना से जगी उम्मीद

    तभी सरकार ने बागवानी मिशन योजना लाई। इससे प्रेरित होकर किसानों ने फलदार पेड़ों को लगाया। उनकी ढंग से देखभाल की। उनकी भरसक प्रयास से आज दो एकड़ बंजर जमीन पर आम के पेड़ लहलहा रहे हैं। वहीं, पिछले सीजन में यहां आम भी फलने लगा, लेकिन उम्मीद के अनुसार लाभ नहीं मिली।

    हालांकि, आने वाले समय में इससे सालाना पचास हजार रुपये आय होने की संभावना है। वर्तमान में यहां लगा पेड़ पर्यावरण सरंक्षण में योगदान दे रहा है।

    सरकारी योजनाएं हुई मददगार

    इन किसानों की उम्मीदों पर सरकारी योजना ने पंख लगा दिया। बजंर जमीन पर हरियाली लाने में बिरसा मुंडा आम बागवानी व पेड़ों की सिचाई लिए मनरेगा योजना का महत्वपूर्ण योगदान रहा। बागवानी मिशन के तहत एक एकड़ जमीन के लिए मनरेगा से एक लाख 68 हजार रुपये की स्वीकृति मिली है।

    इसी राशि से आम का पौधा उपलब्ध कराया गया। किसानों ने वर्ष 2020-21 में पेड़ लगाए गए। लाभुक ने बताया कि पटवन के लिए मनरेगा के तहत चार लाख से सिंचाई कुआं बनाया गया, जिससे पौधों की सिंचाई में काफी सहूलियत मिली। सुरक्षा के लिए ट्रेंच कटिंग कराया गया।

    क्या कहते हैं किसान

    एक एकड़ में आम बागवानी से कम से कम 15 से 20 हजार रूपये प्रतिवर्ष आय कर सकते हैं। इसके साथ ही चौथे वर्ष में तीस हजार व दसवें वर्ष में लगभग एक लाख रूपये कमा सकते है।- रामनाथ सिंह, किसान

    पर्यावरण सरंक्षण के साथ साथ किसानों की आय में बढ़ोतरी का एक प्रमुख साधन है पेड़ लगाना। वर्तमान समय में यह क्षेत्र काफी हरा भरा दिखता है। जिसकी प्रशंसा सभी करते हैं। जिससे मन गदगद हो जाता है।- इंदु सिंह, किसान

    पेड़ लगाने से वातावरण स्वच्छ रहता है। सभी लोगों को पेड़ लगाना चाहिए। बेकार जमीन पर पेड़ लगाने से किसानों की आय बढ़ सकती है एवं इससे किसानों को आर्थिक लाभ हो सकता है। अगले साल इससे पचास हजार रुपये से अधिक की आय होगी।- उत्तम सिंह, किसान

    मनरेगा अधिकारी का क्या है कहना

    यह काफी महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना से किसान एक एकड़ खेत में आम का पेड़ लगाकर कम से कम 15 से 20 हजार प्रति वर्ष कमा सकते हैं। साथ ही किसान को 96 इमारती पौधे लगाना है। जिससे उन्हें 10-15 वर्ष बाद लाखों की परिसंपति बनेगा।- प्रकाशचंद्र यादव, बीपीओ मनरेगा

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